सत्याग्रह कार्यक्रम में अशोक गहलोत पूरी दिल्ली में छा गए

कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी के कोरोना पीड़ित होकर नई दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती होने और नेशनल हेराल्ड अख़बार मामले में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में हुई पेशी के मध्य राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर उतरी कांग्रेस के सत्याग्रह आंदोलन की अगुवाई का मोर्चा और नेतृत्व प्रियंका गाँधी और पार्टी के अन्यवरिष्ठ नेताओं के साथ सोमवार को राजस्थान के गाँधी के कहें जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सम्भाला। कांग्रेस के हाई प्रोफ़ाईल इस सत्याग्रह कार्यक्रम में अशोक गहलोत पूरी दिल्ली में छा गए।उनके वज़नदार और धारदार तर्कों की हर किसी ने प्रशंसा की।

गहलोत इन नेताओं के साथ न केवल पुलिस हिरासत में गए वरन उन्होंने भाजपानीत नरेन्द्र मोदी की सरकार पर ज़ोरदार हमला भी बोला।
गहलोत ने यह हमला रविवार को दक्षिणी राजस्थान केराजसमन्द के एक कार्यक्रम में भाग लेकर उदयपुर होते हुए नई दिल्ली पहुँचते ही मीडिया से बात करते हुए बोल दिया था।आज उन्होंने ईडी मुख्यालय के बाहर पार्टी के लोकसभा में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़के और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ केन्द्र सरकार पर फिर से ज़बर्दस्त धावा बोला।

गहलोत ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार आकंठ घमण्ड और सत्ता के नशे में डूबी हुई हैं ।सभी प्रकार की मर्यादाओं और गरिमा के साथ शिष्टाचार भी भूल गई है। इस सरकार द्वारा आए दिन संविधानिक संस्थानों का दुरुपयोग करने से आज लोकतंत्र ख़तरे में हैं।उन्होंने युवा पीठी का आह्वान किया कि वे मोदी सरकार की तानाशाही और असलियत को पहचानें और देश की एकता अखण्डता संप्रभुता और भाईचारा पर आसन्न खतरे का आगे आ कर मुक़ाबला करें।गहलोत ने कहा कि देश की एकता अखण्डता और संप्रभुता केलिए इन्दिरा गाँधी राजीव गाँधी और बेअंत सिंह ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। आतंकवाद के फ़न को कुचल दिया और खालिस्तान नहीं बनने दिया ।साथ ही देश के दुश्मनों को नाकों चने चबवा कर बंगलादेश का निर्माण भी करा एक इतिहास रच दिया।

गहलोत ने कहा कि इससे अफ़सोस की बात क्या हो सकती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दिन तक इन्दिरा गाँधी की क़ुर्बानी की कभी भी चर्चा नहीं की और नहीं उनकी प्रशंसा ही की।हमें उनकी सौच पर शर्म आती है।
आज़ादी के स्वर्ण जयन्ती के अमृत महोत्सव में देश के महान नेताओं और प्रथम प्रधानमंत्री और आधुनिक भारत के निर्माता पं.जवाहर लाल नेहरू को स्मरण नही करना शर्मनाक कृत्य है।

दरअसल आज जो आधुनिक भारत दिखाई दे रहा है उसे मूर्तरूप में लाने का असली श्रेय कांग्रेस को ही है। उन्होंने कहा कि गाँधी परिवार ने देश के लिए जो योगदान दिया है उसकी होड़ कोई नहीं कर सकता। पं. जवाहरलाल नेहरू ने आजादी के आन्दोलन के लिए आनन्द भवन समर्पित कर दिया जिसमें रहकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने आंदोलन का नेतृत्व किया।

गहलोत आज बहुत हमलावर थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जनसंघ और जनता पार्टी के रूप में भाजपा ने मोरार जी दैसाई के प्रधानमंत्री काल 1977-78 में इंदिरा जी को चिकमगलूर से सांसद चुने जाने पर लोकसभा से निष्कासित और जेल में बंद किया लेकिन ढाई साल के बाद ही देश ने उन्हें फिर से प्रधानमंत्री बनाया।

आज देश में फिर से ऐसे ही हालात पैदा हो गए है।मोदी और उनके गृह मंत्री अमित शाह तानाशाह जैसा व्यवहार कर रहें हैं।उन्होंने कहा कि देश को आज यह समझने की जरुरत है कि हिंदू-मुस्लिम में खाई डाल और धर्म के नाम पर वे आज भले ही क्षणिक फ़ायदा उठा रहें हों लेकिन इसके दूरगामी परिणाम देश को भुगतने पड़ सकते है। आज सबसे ज़्यादा जरुरत इस बात की है कि हर क़ौम के मध्य भाई चारा बढ़े और नफ़रत ईर्ष्या और दुश्मनी की भावनाओं का नाश होवे।

उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में यह क़ायदा है कि किसी व्यक्ति पर जब तक आरोप सिद्ध नही हों तब तक उनके साथ अपराधी जैसा नही वरन सम्मान का व्यवहार किया जाता है लेकिन मोदी सरकार के तौर तरीक़े तानाशाही पूर्ण है जिन्हें देश बर्दाश्त नहीं करेगा।

गहलोत आज दिन भर एआईसीसी,पद यात्रा स्थल,जोधपुर हाउस, तुग़लक़ थाना आदि सभी स्थानों पर बहुत सक्रिय और समन्वयक की भूमिका में दिखें। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को जोरदार ढंग से आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाई।

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