सहयोगियों का क्या इंतजार?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में फेरबदल की एक और तारीख निकल गई। कहा जा रहा था कि नौ जुलाई को कैबिनेट में फेरबदल होगी औ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मोदी अपनी सरकार को नया रूप देंगे। ध्यान रहे अपनी दूसरी सरकार में मोदी ने सिर्फ एक बार फेरबदल की है और उसको भी दो साल हो गए। जुलाई 2021 में उन्होंने बदलाव किया था। अपनी पहली सरकार में उन्होंने तीन बार फेरबदल की थी। बहरहाल, मोदी सरकार में बदलाव को लेकर पिछले कई महीने से चर्चा हो रही है। पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी लंबी बैठक हुई थी, जिसके बाद दावे के साथ कहा जा रहा था कि नौ जुलाई को मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल होगी।
नौ जुलाई को जब बदलाव नहीं हुआ तो अब कहा जा रहा है कि सहयोगी पार्टियों का इंतजार हो रहा है और उनसे सहमति नहीं बन पा रही है इसलिए फेरबदल रूकी हुई है। इसमें भी सबसे दिलचस्प बात जो कही जा रही है वह ये है कि भाजपा को जनता दल यू का इंतजार है। बिहार में उसकी पुरानी सहयोगी रही जदयू इस समय राजद के साथ सरकार चला रही है लेकिन दोनों के बीच खींचतान बढ़ी है और इससे एक बार फिर नीतीश कुमार के पाला बदलने की बात हो रही है। इसके अलावा कर्नाटक में जेडीएस के साथ भी तालमेल की बात पूरी नहीं हुई है। अकाली दल के साथ भी सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है और महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए अजित पवार गुट के सांसदों के बारे में तस्वीर साफ नहीं है। इसलिए मंत्रिमंडल में फेरबदल का फैसला अटका हुआ है। फिर भी मंत्री बनने की उम्मीद लगाए कई नेता मान रहे हैं कि 20 जुलाई को संसद का सत्र शुरू होने से पहले फेरबदल हो जाएगी।