काटे नहीं कटते ये दिन ये रात

जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 नवंबर को मतदान हो चुका है और 3 दिसंबर को परिणाम आएगा इस लंबे अंतराल को लेकर हर जगह बेसब्री का आलम है उम्मीदवार के समर्थक जहां स्ट्रांग रूम की सुरक्षा कर रहे हैं वही अधिकांश उम्मीदवार धार्मिक स्थान पर माथा टेक रहे हैं आज शाम को एग्जिट पोल के नतीजे भी आएंगे तो दो दिन इसी की बहस में काटे जाएंगे क्योंकि सभी को परिणाम का इंतजार है।

दरअसल छोटी-छोटी बातों पर जिज्ञासा रखने वाले मानव स्वभाव के लिए यह बहुत कठिन हो जाता है जब बड़े फैसले के लिए लंबा इंतजार करना पड़े यह समय कुछ वैसे ही लंबा दिखाई दे रहा है। जैसे ऑपरेशन थिएटर के बाहर इंतजार करते परिजन बेसब्र होते रहते हैं और वहां तो एक डॉक्टर है जो मरीज की स्थिति बता देता है बाहर निकाल कर लेकिन यहां तो गली-गली में चाय पान के टपरो पर विशेषज्ञ घूम रहे हैं जो इस तरह से जीत हार का दावा करते हैं जैसे उन्होंने ईवीएम में सेटिंग करके रखी हो और एक ही जगह दो लोग अलग-अलग जीत का दावा करते हैं।

इस कारण ही जिज्ञासा शांत होने की बजाय बढ़ती जाती है सबके अपने-अपने तर्क हैं कोई सट्टा बाजार का वास्ता देकर अपनी बात को सिद्ध करना चाह रहा है तो कोई सर्वे एजेंसियों का हवाला देकर दम ठोक रहा है। बहरहाल पांच राज्यों के चुनाव में आज आखिरी वोटिंग तेलंगाना में है और शाम तक एग्जिट पोल के नतीजा आएंगे हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे भी कई बार झूठे साबित हुए हैं लेकिन मन बहलाने के लिए ग़ालिब ख्याल अच्छा है की तर्ज पर अब दो दिन एग्जिट पोल पर बहस चलेगी वैसे तो 3 दिसंबर को दोपहर तक जीत हार के अनुमानों में उतार चढ़ाव होता रहेगा क्योंकि जब कोई प्रत्याशी बिछड़ने लगता है तो उसके समर्थक कहते हैं अभी अपना इलाका नहीं खुला है उसको खुलने दो हम आगे निकल जाएंगे कई बार तो प्रत्याशी इतना पिछड जाता है जितनी वोटो की गिनती बाकी भी नहीं रहती फिर भी वह दावा करता है की अंतिम राउंड तक में चुनाव जीत जाऊंगा क्रिकेट की तरह चुनाव का भी यही रोमांस है और इस बार कुछ ज्यादा ही दावे किए जा रहे हैं दोनों ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है मानो उनके दावे ईवीएम के अंदर कोई परिवर्तन कर सकते हैं।

कुल मिलाकर उम्मीदवार ही नहीं उनके समर्थक ही नहीं बल्कि राजनीति में थोड़ी भी रुचि रखने वाले आम नागरिकों को भी विधानसभा के आम चुनाव के परिणाम का बेसब्री से इंतजार है आज एग्जिट पोल किसी के इंतजार को और भी बढ़ा सकता है लेकिन फिलहाल तो यही कहा जा रहा है काटे नहीं कटते ये दिन ये रात।

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