धर्म के नाम पर राजनीति से देश एक नहीं रह सकता:गहलोत

जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि मैंने गांधी का बहुत ज्यादा अध्ययन नहीं किया है। मैंने तो केवल गांधी की जीवनी पढ़ी होगी। केंद्र में गांधी पर किताबें आती थीं। गांधी जी का साहित्य छपता रहता था। हमारे जोधपुर गांधी केंद्र के संचालक नेमीचंद भाउ के वहां बैठकर कुछ पढ़ लेते थे। तब भी मेरे दिल में गांधी को लेकर विशेष भाव हैं। जो गांधी का अध्ययन कर चुका है, वह देश-दुनिया में क्या व्यक्तित्व रखता होगा? गहलोत जयपुर में शांति और अहिंसा विभाग के गांधी दर्शन ट्रेनी सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।

गहलोत ने कहा- मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को एक मीटिंग में कहा था कि मोदी जी, आप दुनिया भर में जाते हो, आपका सम्मान क्यों होता है? आपका सम्मान इसलिए होता है, क्योंकि लोग कहते हैं- आप गांधी के देश से आए हो। आप उस देश से आए हो, जहां 70 साल बाद भी लोकतंत्र मजबूत रहा है। इसलिए आपका सम्मान होता है।

धर्म के नाम पर राजनीति से देश एक नहीं रह सकता

गहलोत ने कहा- धर्म के नाम पर जिस तरह की राजनीति चल रही है। वह देश को एक नहीं रख सकती। धर्म के नाम पर आप लोगों को भड़का सकते हैं। थोड़े समय के लिए लोगों को बरगला सकते हैं, लेकिन लंबे समय तक नहीं चल सकता। रूस इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उसके 15-16 टुकड़े हो गए। हमारा देश आजादी के 75 साल बाद भी एक और अखंड क्यों है। क्योंकि गांधी जी का संदेश है। उसकी भावना से लोकतंत्र मजबूत है। उस सद्भावना के आधार पर देश चला है। हमारे सामने चुनौती आई, लेकिन हम एक रहे।

देश में संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं

गहलोत ने कहा- गांधीवाद आज देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आज देश-दुनिया में क्या हो रहा है, गांधी के संदेश का आज के वक्त में क्या महत्व है। क्या चिंता है देशवासियों की? देश किस दिशा में जा रहा है। किस प्रकार से संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। मणिपुर में क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री राजनीति करने के लिए मणिपुर को राजस्थान, छत्तीसगढ़ से कम्पेयर कर रहे हैं जो दुर्भाग्य है। प्रधानमंत्री का पद गरिमा वाला पद होता है। पीएम कह रहे हैं, मणिपुर, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को चाहिए कि वहां हिंसा हो रही है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, उनको रोके। यह गलत है। देश में यह स्थिति बन जाए, तब लोकतंत्र खतरे में आ जाता है। संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। ऐसे वक्त में गांधीवाद के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं की भूमिका बढ़ जाती है। वह सब क्रांति करने के लिए निकल पड़े हैं।

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में गांधी जी के सिद्धांतों की बात की

गहलोत ने कहा- भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया था। उन्होंने पूरी यात्रा के दौरान गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत पर ही बात की थी। राहुल गांधी कहते हैं कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलना चाहता हूं। जिस रूप में उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और देश में प्रेम, मोहब्बत, भाईचारा रहे, इसके लिए आवाज उठाई। उससे पूरे देश में एक मैसेज गया।

गांधी जी की जीवनी पढ़ें युवा

गहलोत ने कहा- देश में जिस तरह के हालात बने हुए हैं। उसके बीच एक के बाद एक हमने कई प्रयोग भी किए हैं। गांधीवाद का संदेश गांव-गांव तक पहुंचे। लोग इससे जुड़ें। एक अलग से कारवां निकल पड़े। जब जरूरत हो तो मालूम पड़े कि गांधीवादी विचारों के नई पीढ़ी के लोग सड़कों पर आए हैं। अहिंसा की बात करने के लिए युवा पीढ़ी गांधी जी की जीवनी पढ़ें।

मेरे पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर को ठीक होने में अभी वक्त लगेगा

गहलोत ने कहा- चुनाव का साल भी है और मेरे दोनों पैरों के अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया। अभी भी ठीक होने में टाइम लगेगा। पूरा पैर अंगूठे पर टिका रहता है, उसमें फ्रैक्चर हो जाए तो आप समझ सकते हैं कितनी तकलीफ होती है। अभी तीन-चार घंटे डॉक्टर देखकर गए हैं, ठीक होने में टाइम लगेगा।

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