राजस्थान में दो साल बाद छात्रसंघ चुनाव का ऐलान
जयपुर। राजस्थान में दो साल से छात्रसंघ चुनावों का इंतजार कर रहे छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के बाद शुक्रवार को उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रसंघ चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। प्रदेशभर में 26 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव के लिए वोटिंग होगी, जबकि 27 अगस्त को मतगणना की जाएगी। छात्रसंघ चुनाव राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित प्रदेश की करीब 15 यूनिवर्सिटी और 400 से अधिक सरकारी और करीब 500 प्राइवेट कॉलेजों में होंगे।हालांकि कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अभी तक एडमिशन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, ऐसे में छात्रसंघ चुनाव में समय कम होने से यूनिवर्सिटी के सामने एक और समस्याएं खड़ी हो गई है।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 18 अगस्त को मतदाता सूचियों का प्रकाशन होगा। इन सूचियों पर 20 अगस्त तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। इसके बाद 20 अगस्त को ही अंतिम मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जाएगा।वहीं, 22 अगस्त को नामांकन दाखिल होंगे और उसी दिन नामांकन की जांच के बाद आपत्तियां ली जाएंगी। अगले दिन 23 अगस्त को वैध नामांकन सूचियों का प्रकाशन होगा और उसके बाद नाम वापसी हो सकेगी। नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची का प्रकाशन होगा। इसके बाद 26 को मतदान और 27 के मतगणना होगी। मतगणना के बाद निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई जाएगी।
दो साल बाद छात्रसंघ चुनावों की घोषणा
कोरोना के कारण पिछले दो साल से छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे थे। कोरोना संक्रमण के खतरे और प्रदेश की कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में समय से एडमिशन शुरू नहीं होने के कारण राज्यपाल की ओर से गठित कमेटी ने भी छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का सुझाव दिया था। कोरोना संक्रमण का दौर कम होने के बाद पिछले साल छात्रों ले छात्रसंघ चुनावों के लिए आंदोलन भी किया था। लेकिन तक तक समय अधिक होने पर चुनाव नहीं करवाए गए। अब दो साल बाद चुनावों की घोषणा के बाद छात्रों में उत्साह देखा जा रहा है। प्रदेशभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयो में लाखों स्टूडेंट्स छात्रसंघ चुनावों से जुड़ते है। अकेले राजस्थान यूनिवर्सिटी में ही 28 हजार छात्र वोटर हैं।
15 विश्वविद्यालयों और 1 हजार कॉलेजों में होंगे चुनाव
प्रदेश के सबसे बड़े विश्विद्यालय राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर, मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर, कोटा विश्वविद्यालय कोटा, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जोधपुर,पं. दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर, महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय भरतपुर, राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर, गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा, हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर, डॉ. भीमराव अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय, जयपुर और एम.बी.एम. विश्वविद्यालय जोधपुर में छात्रसंघ चुनाव होंगे। इसके अलावा साथ ही प्रदेश के करीब 400 सरकारी और 500 से अधिक प्राइवेट कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव होंगे।
चुनावों में समय कम, लेकिन अभी एडमिशन तक नहीं हुए
छात्रसंघ चुनावों की घोषणा के बाद विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।26 अगस्त को मतदान होगा लेकिन उससे पहले 18 अगस्त को मतदाता सूची तैयार करना जरूरी है। ऐसे में एडमिशन प्रक्रिया उससे पहले पूरी करनी होगी लेकिन अभी तक कई विश्वविद्यालयों में इस सत्र की एडमिशन प्रक्रिया तक शुरू नहीं हुई। राजस्थान यूनिवर्सिटी की बात की जाए तो पीजी एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा 3 अगस्त से 10 अगस्त तक आयोजित होगी। परिणाम जारी करने और एडमिशन देने में समय लगेगा।
इसके अलावा, यूजी एडमिशन के लिए प्रथम सूची 4 अगस्त को जारी होगी जिसके बाद अन्य प्रक्रिया की जाएगी ऐसे में सभी सीटों पर एडमिशन संभव नहीं होगा। लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट 13 अगस्त को होगी। उसके बाद परिणाम जारी किया जाएगी, और एडमिशन होगा। पीजी चौथे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हुई ऐसे में परीक्षा कराना और परिणाम जारी करना चुनौती। वहीं एलएलबी की परीक्षाएं चल रही है और परिणाम में समय आएगा ऐसे में आगामी सेमेस्टर में प्रवेश कैसे मिलेगा। इस तरह की समस्या कमोबेश सभी विश्वविद्यालयों में है।