सोनिया गांधी ने आतंकी संगठन खालिस्तान और हमास से की हिंदुत्व की तुलना, यह बेहद निंदनीय और घृणित बयान – डॉ. अपूर्वा सिंह
जयपुर। महिला उत्पीड़न, पेपर लीक और प्रदेश में बढ़ती बिजली की दरों को लेकर भाजपा प्रदेश मीडिया सेंटर पर महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अपूर्वा सिंह, डॉ. निमिषा गौड़ और एकता अग्रवाल ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान तीनों वक्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा से महिला सुरक्षा की गारंटी, पेपर लीक ना होेने की गांरटी सहित प्रदेश में मुफ्त बिजली के नाम छलावे को बंद करके बिजली की बढ़ी हुई दरों को कम करने की गारंटी मांगी।
महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अपूर्वा सिंह ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं खुद एक महिला हूं इसलिए कहते हुए मन उद्वेलित है कि जिस राजस्थान में महिला सम्मान में साके और जौहर हुआ करते थे। जहां महिलाओं के सम्मान के लिए युद्ध लड़े जाते थे उस राजस्थान में आज महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जाता है, महिलाओं को बेचा जाता है, और दुधमुुंही बच्चियों के साथ दुष्कर्म करके उनकी हत्या कर दी जाती है। देश के चर्चित नैना साहनी तंदूर कांड, भंवरी कांड और भीलवाड़ा का कोटड़ी कांड ये सभी वीभत्स कांड कांग्रेस सरकारों के समय हुए हैं।
महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अपूर्वा सिंह ने कहा कि कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी पर्यटन के लिहाज से राजस्थान आती हैं, लेकिन दुष्कर्म पीड़िताओं से मिलने तक नहीं गई, वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भीलवाड़ा आते हैं, लेकिन पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं जाते। बाटला एनकाउंटर पर आंसू बहाने वाली कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी कहती हैं कि जब हिंदु राष्ट्र की अवधारणा सही है तो खालीस्तान की मांग भी जायज है। मुझे कहते हुए पीड़ा होती है कि देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री और कांग्रेस की नेता इंदिरा गांधी खालिस्तान की भेंट चढ़ गई थी, आज सोनिया गांधी खालिस्तान और आतंकी संगठन हमास की तारीफ कर रही हैं, तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस के लोग किसी भी हद तक गिर सकते हैं।
डॉ. निमिषा गौड़ ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की आधी आबादी आज असुरक्षित हैै। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 70 लाख युवाआंे पर पेपर लीक की ऐसी चोट मारी है जिसके दर्द से अभी तक प्रदेश का युवा कराह रहा है। मैं पीसीसी चीफ और तत्कालीन शिक्षा मंत्री से पूंछना चाहती हूं कि रीट उत्सव का दावा करने वाले डोटासरा बताएं कि उन 26.50 लाख रीट अभ्यर्थियों की क्या गलती थी, जब आपने महिला अभ्यर्थियों के गले से मंगलसूत्र, नाक की लोंग, कान की बाली तक उतरवा ली, आस्तीन कटवा दिये और एक मिनट भी कोई परीक्षा सेंटर पहुंचने में लेट हुआ तो परीक्षा से वंचित कर दिया गया। सरकार ने रीट आवेदकों से दस हजार करोड़ रूपया वसूल लिया उसका जवाब कौन देगा। रीट का पेपर लीक होने के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशकर डीपी जारोली ने अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि बिना राजनैतिक संरक्षण के शिक्षा संकुल से पेपर लीक होना संभव ही नहीं है। इन सभी बातों का परिणाम है कि आज कांग्रेस के पूर्व मंत्री और नेता चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं।
डॉ. निमिषा गौड़ ने कहा कि कन्हैया लाल जैसे युवा रीट पेपर लीक से परेशान होकर आत्महत्या कर लेते हैं और सुसाइड नोट में लिखते हैं कि ‘‘सॉरी पापा मुझे माफ कर देना’’, प्रदेश में ऐसे लाखों युवा आज कांग्रेस सरकार से सवाल कर रहे हैं कि रीट पेपर लीक का गुनाहगार कौन है ? बेरोजगारी भत्ते के नाम पर प्रदेश के युवाओं को ठगा गया, विभागीय पोर्टल के अनुसार वर्ष 2019 से 2022 तक प्रदेश में 11 लाख 11 हजार 971 बेरोजगार आशार्थियों को ऑनलाईन रजिस्टेªेशन के जरिये पंजीकृत किया गया था। इसके बाद जनवरी 2023 तक बेराजगारों का आंकड़ा बढ़कर 18 लाख पार कर गया, लेकिन सरकार ने किसी को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया।
एकता अग्रवाल ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार मौजूदा दौर में मृत्युशय्या पर है, मुफ्त बिजली का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार ने बीते पांच सालों में अलग-अलग टैक्स लगाकर नौ बार बिजली की दरों को बढ़ाया। पांच साल पहले प्रदेश में प्रति यूनिट 5 रूपये 55 पैसे की दर थी जिसे बढ़ाकर कांग्रेस ने 11 रूपये 90 पैसे कर दिया। 100 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा और गारंटी का दावा इसलिए भी खोखला है, क्योंकि लोगों के हाथों में बढ़े हुए बिजली के बिल थमा दिये गये। इन पांच सालों में सबसे ज्यादा बिजली कटौती की गई गांवों में प्रतिदिन 8-9 घंटे अघोषित बिजली कटौती का दंश प्रदेश की जनता ने झेला है। कांग्रेस सरकार के मंत्री अशोक चांदना खुद बिजली कटौती के खिलाफ धरने पर बैठे थे यह किसी से छिपा नहीं है। कांग्रेस सरकार ने कोयला ढुलाई के नाम पर 2021 में खुदके थर्मल पावर प्लांट बंद करके प्राईवेट कंपनियों से महंगी दरों पर बिजली खरीद की। उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में औद्योगिक बिजली की दरें भी अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं। प्रदेश की जनता आगामी 25 नवंबर को इस जनविरोधी कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी।