राइजिंग राजस्थान: इन्वेस्टमेंट समिट 9, 10, 11 दिसंबर को, 15 लाख करोड़ का निवेश आने की संभावना

जयपुर। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए “राइजिंग राजस्थान” इन्वेस्टमेंट समिट की गुरुवार को घोषणा कर दी गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मुख्य सचिव सुधांश पंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल और उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने इस समिट के लोगो का विमोचन किया। यह समिट 9, 10 और 11 दिसंबर 2024 को जयपुर में होगी।
राजस्थान में होने वाले इस इन्वेस्टमेंट समिट में देश-विदेश और कई बड़े औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें कई बड़े औद्योगिक घरानों ने राजस्थान में निवेश करने की पहले से ही इच्छा जताई है। मल्टिनेशनल कंपनियों को भी राजस्थान में निवेश के लिए निमंत्रण भेजे जा रहे हैं। इस बार राजस्थान में 15 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का पूंजी निवेश आने की संभावना है। जबकि पिछली बार प्रदेश में कुल 12.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे।

इस इन्वेस्टमेंट समिट से राज्य में नई परियोजनाओं और आर्थिक अवसरों के लिए लहर की उम्मीद है। क्योंकि इस समय राजस्थान में पूंजी निवेश के लिए अच्छा माहौल बना हुआ है। बेहतर कानून व्यवस्था के साथ-साथ यहां पानी-बिजली के साथ-साथ उद्योगों को सस्ती जमीन उपलब्ध कराए जाने की राज्य सरकार ने घोषणा की हुई है।

माना जा रहा है कि सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में 2 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा निवेश आ सकता है। क्योंकि राजस्थान सरकार ने हाल ही सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए डीएलसी के 7.5 प्रतिशत की दर पर जमीनें उपलब्ध कराए जाने का फैसला किया है। इसलिए इस इन्वेस्टमेंट समिट से न केवल निवेश को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि उद्योग, अवसंरचना के साथ प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा होंगे। इस तरह राइजिंग राजस्थान का आगामी संस्करण न केवल निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगा, बल्कि राज्य की विकास यात्रा में एक नया मील का पत्थर भी साबित हो सकता है।

खास बात यह है कि बजट में की गई घोषणाओं को भी निवेशकों को लाभ मिलेगा। इस बार उद्योगों के लिए की गई घोषणाओं के मुताबिक भीलवाड़ा में टैक्सटाइल पार्क, बीकानेर में सेरेमिक पार्क, कंकाणी में सोलर पैनल मैन्युफेक्चरिंग पार्क बनेगा। बांदीकुई में इंडस्ट्रियल एवं लॉजेस्टिक हब, किशनगढ़ में टाइल्स मैन्यूफेक्चरिंग पार्क, बांसवाडा में बायोमास पैलेट एवं कैमिकल मैन्युफेक्चरिंग पार्क के लिए काम शुरू होगा। प्रदेश में वेस्ट रिसाइक्लिंग पार्क का दायरा बढ़ेगा, दो और स्थापित किए जाएंगे।

उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हर जिले को एक्सपोर्ट हब बनाएंगे, वन डिस्ट्रिक-वन प्रोडक्ट पॉलिसी लागू होगी। बाड़मेर, उदयपुर, पाली, बूंदी में श्रीराम जानकी औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। कठूमर, माण्डल, जहाजपुर, कामां, भिण्डर में नए औद्योगिक क्षेत्र बनेंगे। वेस्टर्न डेडिकेटेड फेट कॉरिडॉर के 12 रेलवे स्टेशन को टू लेन सड़क से जोड़ेंगे।

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