राजस्थान: एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों संगठन एक साथ सड़कों पर उतरे सरकार के खिलाफ
जयपुर। राजधानी जयपुर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में बनाए जा रहे आईपीडी टावर के लिए जगह कम पड़ने पर सरकार इससे सटे राजस्थान विश्वविद्यालय के महाराजा कॉलेज की जमीन का अधिग्रहण करेगी। इस बीच कॉलेज की जमीन अधिग्रहण को लेकर छात्र संगठनों की ओर से किया जा रहा विरोध प्रदर्शन तेज होने लग गया है। अब तक हर मामले में एक दूसरे की धुर विरोधी रही एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों इस मसले पर एक साथ आ गई है। संभवतया यह पहला मामला है जब बीजेपी और कांग्रेस विचारधारा के दोनों अलग-अलग बड़े छात्र संगठन किसी मसले पर एक साथ आये हैं। यह बात है दीगर है कि दोनों अलग-अलग प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इनकी मांगें समान है।
महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण के मामले को लेकर कांग्रेस का अग्रिम छात्र संगठन एनएसयूआई भी अब खुलकर कांग्रेस सरकार के विरोध में आ गया है। इस मामले को लेकर बुधवार को एबीवीपी और एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ महाराजा कॉलेज के सामने एक ही समय एक ही मांग को लेकर अलग-अलग प्रदर्शन किया। छात्रों ने कॉलेज के आगे टोंक रोड पर रास्ता रोका तो पुलिस ने दोनों संगठनों के कुल 14 छात्र नेताओं हिरासत में लिया। बाद में उन्हें बजाज नगर थाने ले जाकर बिठा दिया गया। राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन भी इस मसले में छात्र संगठनों का समर्थन कर रहे हैं। इसके लिये हाल ही में विवि की सिंडीकेट की बैठक में जमीन नहीं देने का प्रस्ताव पारित किया गया था।
22 मंजिला आईपीडी टावर बनाया जा रहा है
दरअसल एसएमएस अस्पताल में 22 मंजिला आईपीडी टावर बनाया जा रहा है। आईपीडी टावर के विस्तार और अन्य सुविधाओं के लिए जगह का अभाव है। वहीं महाराजा कॉलेज और एसएमएस बीच जेएलएन मार्ग से टोंक रोड को जोड़ने वाली सड़क का भी विस्तार किया जाएगा। इसके लिये महाराज कॉलेज की जमीन लिया जाना प्रस्तावित है। इस मसले को लेकर जेडीए राजस्थान यूनिवर्सिटी को तीन बार पत्र लिखकर जमीन आवंटित करने की मांग कर चुका है।
10750 वर्गमीटर जमीन अधिग्रहित किया जाना प्रस्तावित है
जमीन अधिग्रहण के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से दो बार नामंजूरी देने के बाद भी जेडीए ने जमीन आवंटन के लिए एक बार फिर प्रस्ताव भेजा है। इसके लिए महाराजा कॉलेज परिसर में स्थित इसके गोखले हॉस्टल की 10750 वर्गमीटर जमीन आईपीडी टावर के विस्तार, रोड को बढ़ाने और अन्य कार्यों के लिए काम में ली जाएगी। महाराजा कॉलेज की अधिग्रहित की जाने वाली जमीन पर 132 केवी GSS बनाया जाएगा। महाराजा कॉलेज जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जेडीए और यूडीएच मंत्री की ओर से की जा रही है। उसमें गोखले हॉस्टल की 6 मैस, गेस्ट हाउस, एलुमिनाई ऑफिस, कुक क्वार्टर, वार्डन आवास और 40 लेटबाथ टूट रहे हैं।
यूडीएच मंत्री ने प्लान तैयार करने के दिये निर्देश
हाल ही में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की गई थी। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने आईपीडी टावर के निर्माण के लिये दौरा कर प्लान तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं। इस प्रोजेक्ट को राज्यपाल के सामने भी प्रस्तुत किया जाएगा। इसका महाराजा कॉलेज और गोखले हॉस्टल के छात्रों, पूर्व छात्रों और शिक्षकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। यह जमीन जेडीए के पास जाने के बाद महाराजा कॉलेज में जगह का अभाव हो जायेगा।