राहुल अकेले सरकार पर भारी!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में एक बार कहा था कि वे अकेले सब पर भारी हैं। लेकिन सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी जब अपना पहला भाषण देने खड़े हुए तो इसका उलटा दिख रहा था। एक तरफ अकेले राहुल गांधी थे और दूसरी तरफ उनका मुकाबला करने के लिए स्वंय नरेंद्र मोदी सहित उनकी पूरी सरकार थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी 90 मिनट यानी डेढ़ घंटे तक बोले। इस दौरान उन्होंने नीट से लेकर अग्निवीर और मणिपुर से लेकर नोटबंदी, अडानी, अंबानी आदि सारे मुद्दे उठाए। डेढ़ घंटे के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सहित सरकार के शीर्ष छह मंत्रियों ने खड़े होकर 11 बार प्रतिवाद किया और राहुल को टोका।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत संविधान की कॉपी दिखा कर की। राहुल जब हिंदू और हिंसा पर बोले तब प्रधानमंत्री मोदी ने उनको टोका। अग्निवीर पर बोले तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खड़े होकर प्रतिवाद किया। किसानों पर बोले तो कृषि मंत्रि शिवराज सिंह चौहान ने खड़े होकर जवाब दिया। गृह मंत्री अमित शाह और वन व पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी राहुल के भाषण का प्रतिवाद किया। मोदी ने राहुल को दो बार टोका तो राजनाथ और अमित शाह ने तीन-तीन बार टोका। शिवराज और भूपेंद्र यादव ने एक-एक बार प्रतिवाद किया।

राहुल गांधी ने कहा- किसानों ने ये कहा कि 16 लाख करोड़ उद्योगपतियों का कर्जा माफ हो सकता है तो हमारा भी थोड़ा सा कर दीजिए। किसान ने एमएसपी मांगी। आपने कहा क्या? आपने कहा कि आपको ये नहीं मिलेगी। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा- ये गलतबयानी कर रहे हैं। एमएसपी पर खरीद जारी है। उनकी सरकार थी तब बताएं कि एमएसपी पर कितनी खरीद होती थी। ये सत्यापित करें कि एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही।

ऐसे ही राहुल ने अग्निवीर योजना पर कहा- पूरा देश जानता है कि ये सेना की स्कीम है। सेना जानती है कि ये स्कीम सेना की नहीं, पीएम का ब्रेन चाइल्ड है। राहुल ने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो इस कानून को खत्म कर दिया जाएगा। इस पर राजनाथ सिंह ने राहुल को गलतबयानी करके सदन को गुमराह नहीं करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरहद पर अगर कोई अग्निवीर शहीद हो जाता है, तो उसे एक करोड़ रुपए मिलता है। राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई क्या है, ये अग्निवीर जानता है। तब अमित शाह ने कहा- इसका सत्यापन किया जाना चाहिए और अगर वह साबित नहीं करते हैं तो सदन और देश से इसकी माफी मांगनी चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने अग्निवीर को लेकर जानकारी सदन पटल पर रखने की बात कही।

राहुल ने स्पीकर ओम बिरला पर भी तंज किया और कहा- मैंने आपसे हाथ मिलाया तो आप सीधे खड़े रहे, जब मोदी जी ने आपसे हाथ मिलाया तो आपने झुककर हाथ मिलाया। इस पर स्पीकर ने कहा- मेरी संस्कृति और संस्कार में सिखाया गया है कि जो हमसे बड़े हैं, उनसे झुक कर मिलो और जो छोटे हैं उनसे बराबरी से मिलो। तब राहुल ने कहा कि सदन में स्पीकर सबसे बड़ा होता है उसे किसी के सामने नहीं झुकना चाहिए।

राहुल ने अपने डेढ़ घंटे के भाषण में मेडिकल में दाखिले की परीक्षा नीट में हुई गड़बड़ी का मुद्दा उठाया और सरकार पर इसके व्यवसायीकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सात साल में 70 पेपर लीक हुए हैं और सरकार इस पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। मोदी पर तंज करते हुए राहुल ने कहा- पीएम ने बोला कि मेरा भगवान से डायरेक्ट कनेक्शन है। ये मैंने नहीं पीएम ने खुद बोला है। उस टाइम आठ बजे भगवान का डायरेक्ट मैसेज आया होगा, मोदीजी नोटबंदी कर दीजिए। उन्होंने कर दिया। खटाक। राहुल ने मणिपुर का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री आज तक वहां नहीं गए।

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