कन्हैया लाल मामले में एनआईए ने 10 माह पूर्व ही पेश कर दिया था चालान : राठौड़
जयपुर। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि सीएम गहलोत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नाम से इतना क्यों घबराते हैं, भाजपा के शीर्ष नेताओं का जब भी राजस्थान दौरा होता है तो सीएम गहलोत के दिल की धडकन बढ जाती है। इसकी बौखलाहट में वे अनाप शनाप बयानबाजी से भी नहीं चूकते।
उन्होंने कहा कि लाल डायरी के तनाव में गहलोत वाणी पर नियंत्रण खोते जा रहे हैं। जिसके कारण वे आए दिन अपने ही बयान बदल रहे हैं। पहले उन्होंने कहा था कि लाल डायरी जैसा कुछ है ही नहीं, उसके बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि लाल डायरी में लिखा है कि कांग्रेस जीत रही है और सीएम गहलोत कह रहे हैं कि लाल डायरी केन्द्रीय गृह मंत्रालय की साजिश से बाहर आई है। आखिर गहलोत एक बार अपना स्टैंड क्लियर क्यों नहीं कर रहे। अब जब लाल डायरी के पन्ने जनता के सामने आ रहे हैं तो गहलोत की बौखलाहट बढती जा रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सात सवालों पर कटाक्ष करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने कहा है कि गहलोत पहले यह जान ले कि देश के हर नागरिक को जीवन बीमा देने का काम केन्द्र की मोदी सरकार ने 8 साल पहले ही कर दिया था। हर व्यक्ति के इलाज के लिए केन्द्र सरकार आयुष्मान योजना लेकर आई थी जिसे गहलोत सरकार ने नाम बदलकर चिरंजीवी योजना के नाम से चलाया है। ये 500 रूपए में सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं जबकि अभी राज्य सरकार इसके लिए सिर्फ 100 रूपए सब्सिडी दे रही है और करीब 520 रूपए की सब्सिडी केन्द्र सरकार दे रही है।
ईआरसीपी को लेकर रोज बडी बात और दावे करने वाले कांग्रेस के स्वयंभू सुप्रीमो अशोक गहलोत ये भी बता दें कि ईआरसीपी योजना का खाका पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने खींचा था और इसे पूरा भी भाजपा ही करवाएगी। इस योजना के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार का तांडव करने के बाद भी अब तक इसके लिए एक पत्थर तक नहीं लगाया गया है। कांग्रेस राज में हुए भ्रष्टाचार और घोटालो के कारण वे अपराधबोध से ग्रसित हो चुके है।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह रहे हैं कि राजस्थान शांतिप्रिय प्रदेश है और पीएम नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री के यहां आकर लोगों को भडकाते है लेकिन उन्हें पता नहीं है कि तुष्टीकरण का जो तांडव कांग्रेस सरकार ने इन पांच सालों में किया है उसे यहां की जनता सदियों तक याद रखेगी।
लोगों को अब भी कन्हैयालाल की गला काटकर नृशंस हत्या याद है, लोगों को करौली में शोभायात्रा पर पथराव, जयपुर में कांवडियों पर पथराव, भीलवाडा, छबडा, जोधपुर में भगवा झण्डा उतारकर धर्म विशेष का झण्डा फहराना, जयपुर में शास्त्रीनगर में उत्पात, पिछले दिनों रोडरेज में युवक की मौत के बाद हुआ उपद्रव याद है। जयपुर में वर्ग विशेष के युवक की हत्या के बाद तुष्टीकरण के लिए 50 लाख की सहायता देना भी लोगों को याद है कि यहां लोगों को कौन भडका रहा है।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच को लेकर सवाल उठा रहे है वे जानते हैं कि इस मामले में अपनी विफलता छिपाने के लिए ही उन्होंने इस मामले की तत्काल जांच एनआईए को सौंप दी थी। उन्हें शायद पता नहीं कि इस मामले में गत वर्ष दिसम्बर में ही एनआईए ने चार्जशीट पेश कर दी है और अब अदालत में बहस चल रही है।