प्रचार के बाद ध्यान में चले गए मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पंजाब के होशियारपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे, जहां शाम में वे ध्यान में चले गए। गुरुवार की शाम को प्रधानमंत्री मोदी ने कन्याकुमारी में विवेकानंद स्मारक शिला के ध्यान मंडपम में ध्यान शुरू किया। वे करीब 45 घंटे का समय वहां बिताएंगे और एक जून तक ध्यानमग्न रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी उसी जगह ध्यान कर रहे हैं, जहां स्वामी विवेकानंद ने भी ध्यान किया था।

गुरुवार को लोकसभा चुनाव के प्रचार का शोर थमते ही प्रधानमंत्री मोदी शाम में कन्याकुमारी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले भगवती देवी अम्मन मंदिर में दर्शनपूजन किया। पुजारियों ने उन्हें विशेष आरती कराई और प्रसाद, शॉल और देवी भगवती अम्मन की फ्रेम में मढ़ी हुई तस्वीर दी।मोदी तिरुवनंतपुरम से कन्याकुमारी हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे और यहां से वे ध्यान मंडपम तक फेरी से पहुंचे।गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम की शिकायत चुनाव आयोग से की है और कहा है कि इसका प्रसारण होता है तो आदर्श आचार संहित का उल्लंघन होगा। दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि प्रचार खत्म होने के बाद की मौन अवधि में इस तरह के कार्यक्रम की कोई मनाही नहीं है। तभी चुनाव आयोग ने 2019 में भी मोदी को इस तरह से ध्यान करने की अनुमति दी थी।

बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को को लोकसभा चुनाव2024 की आखिरी रैली को संबोधित किया। यह रैली पंजाब के होशियारपुर में हुई। इसमें मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’की पार्टियों खास कर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- इंडी गठबंधन वाले मेरा मुंह न खुलवाएं, सात पीढ़ी के पाप निकालकर रख दूंगा।उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन वाले वीरों का अपमान करते हैं। पूर्व सीडीएसविपिन रावत का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि सेना 26 जनवरी के लिए तैयार नहीं की जाती है। सेना लड़ाई के लिए तैयार की जाती है, लेकिन इन्होंने सेना को भी राजनीति का हथियार बना दिया है। इन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे। सेनाओं को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन सेना का अपमान मोदी बरदाश्त नहीं करेगा।

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