‘इंडिया’ पर बरसे मोदी!
17 वीं लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के आखिरी अविश्वास प्रस्ताव में गुरूवार को कई कीर्तिमान बने। प्रस्ताव की बहस के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई 1 घंटे 31 मिनट तक सुनने के बाद मणिपुर पर कुछ नहीं बोलने की बात कह विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया। ध्यान रहे विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर के हालातों, नूंहू हिंसा, बेरोजगारी, महंगाई आदि मसलों को ले कर था। प्रधानमंत्री ने विपक्ष केवॉकआउट के बाद मणिपुर पर बोलना शुरू किया। प्रधानमंत्री के भाषण के बाद सदन ने अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से खारिज किया। उसके तुंरत बाद कांग्रेस के सदन नेता अधीर रंजन चौधरी को भी सदन से निलंबन का फैसला हुआ।
विपक्ष की और से प्रधानमंत्री के भाषण के बहिष्कार को ले कर प्रस्ताव रखने वाले कांग्रेस सांसद गोगोई ने कहा, “पीएम मोदी की ओर से पिछले दो घंटों से तीन प्रश्नों का उत्तर न दिए जाने की वजह से हमने मणिपुर की प्रजा के प्रति अपनी जिम्मेवारी रखते हुए वॉक आउट किया।पिछले दो घंटों से पीएम मोदी सिर्फ हमारे देश का नाम बदनाम करने पर तुले हैं।‘इंडिया’ का नाम बदनाम करने पर तुले हैं। ‘इंडिया’ के नाम तोड़-मोड़कर राजनीतिक टिप्पणियां कर रहे हैं हमारे देश के नाम पर.”
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस और विपक्ष की जमकर आलोचना की। लगभग सवा दो घंटे के भाषण में कोई 45 बार कांग्रेस का नाम लेकर न केवल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की आलोचना की बल्कि मनमोहन सरकार, राहुल गांधी पर परोक्ष हमले किए। कहा कि कुछ ही समय पहले विपक्षी दलों ने मिलजुलकर करीब डेढ़ दो दशक पुराने यूपीए का अंतिम संस्कार और क्रिया कर्म किया है। उन्होने विपक्ष के नए गठबंधन ‘इंडिया’ को‘घमंडिया’ गठबंधन करार देते हुए कहा कि इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको प्रधानमंत्री बनना है लेकिन इनकी ‘‘नई दुकान’’ पर भी कुछ दिनों में ताला लग जाएगा।।
मोदी ने विपक्ष से कहा, ‘‘ क्योंकि आप खुद ही एक ओर संप्रग का क्रिया-कर्म कर रहे थे और दूसरी ओर जश्न भी मना रहे थे। जश्न भी खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने का।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत माता पर की गयी टिप्पणी पर तीखा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि ‘‘कुछ लोग भारत माता की मृत्यु की कामना कर रहे हैं’।लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का करीब सवा दो घंटे तक जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की ‘‘कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न-भिन्न करने का रहा है।
प्रधानमंत्री ने देश का विभाजन के लिए परोक्ष रूप से कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘‘मां भारती के तीन-तीन टुकड़े कर दिए गए। जब मां भारती की जंजीरों को तोड़ना था तो इन लोगों ने मां भारती की भुजाएं काट दीं। ये लोग किस मुंह से ऐसा बोलने की हिम्मत करते हैं… तुष्टीकरण की राजनीति के चलते वंदे मातरम गीत के टुकड़े कर दिए।’’
मणिपुर के हालातों के लिए प्रधानमंत्री ने अदालत के फैसलेको जिम्मेवार बताते हुए कहा कि उसके कारण पक्ष- विपक्ष में जो परिस्थितियां बनी तोहिंसा का दौर शुरू हो गया। कई लोगों ने अपने लोगों को खोया। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए। ये अपराध अक्षम्य हैं। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है।’’
उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा-मैं विपक्ष के साथियों से कहना चाहता हूं कि आप जिसके पीछे चल रहे हैं, उसके अंदर तो इस देश की जुबान और संस्कार की समझ ही नहीं बची है। पीढ़ी दर पीढ़ी ये लोग लाल मिर्च और हरी मिर्च का फर्क ही नहीं समझ पाए हैं।मोदी ने विपक्ष से कहा कि आप लोग भारत के मिजाज को पहचानने वाले लोग हैं, भेष बदलकर धोखा देने वालों की हकीकत सामने आ ही जाती है जिन्हें सिर्फ नाम का सहारा है।