गहलोत का पायलट पर बड़ा हमला
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर बड़ा हमला किया है। गहलोत ने उनको गद्दार कहा है और साथ ही यह भी दावा किया है कि वे कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते हैं। अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि सचिन पायलट को माफी मांगनी चाहिए। गौरतलब है कि गुरुवार को सचिन पायलट मध्य प्रदेश पहुंचे थे और कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। गुरुवार को प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार इस यात्रा का हिस्सा बनी थीं और उसी समय सचिन भी यात्रा में शामिल हुए।
बहरहाल, न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर हमला करते हुए कहा- एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। एक ऐसा शख्स, जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं। ऐसा शख्स, जिसने विद्रोह किया। उन्होंने पार्टी को धोखा दिया, वे गद्दार हैं। इंटरव्यू में अशोक गहलोत ने 2020 में हुई कथित बगावत के बारे में विस्तार से बताया। बाद में गहलोत के बयान पर पायलट ने कहा कि वे ऐसे झूठे आरोपों का जवाब देने की जरूरत नहीं समझते। उन्होंने कहा कि इस समय राहुल और प्रियंका के हाथ मजबूत करने की जरूरत है।
इससे पहले गहलोत ने कहा- यह संभवतः हिन्दुस्तान में पहली बार हुआ होगा, जब एक पार्टी अध्यक्ष ने अपनी ही सरकार गिराने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि इस बगावत को भारतीय जनता पार्टी ने फंड किया था और इसके पीछे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। गहलोत ने हालांकि कोई सबूत नहीं दिए लेकिन उन्होंने कहा कि उनके पास सबूत हैं कि पायलट के साथ बगावत करने वालों को 10-10 करोड़ रुपए दिए गए थे।
गौरतलब है कि जुलाई 2020 में सचिन पायलट कांग्रेस के 19 विधायकों के साथ दिल्ली के निकट एक पांच सितारा रिसॉर्ट में पहुंच गए थे। इसे कांग्रेस को सीधी चुनौती माना गया था। इससे ठीक पहले इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी टूटी थी और भाजपा की सरकार बन गई थी। लेकिन राजस्थान में ऐसा नहीं हो सका। अशोक गहलोत ने भी पार्टी के एक सौ के करीब विधायकों को पांच सितारा होटल में रखा और बगावत की योजना को विफल कर दिया।
इस घटना के बाद सचिन पायलट को खामियाजा भी भुगतना पड़ा था। एक समझौते तहत उन्हें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री दोनों पदों से हटा दिया गया। एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में गहलोत ने उस घटना का ब्योरा दिया और कहा कि उनको 34 दिन तक होटल में रहना पड़ा था, उसे कैसे भुलाया जा सकता है।