कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक में सेंध की तैयारी

36 हजार मुस्लिम मोदी मित्र बना रही भाजपा

विधानसभा से लोकसभा चुनाव तक कांग्रेस के परंपरागत अल्पसंख्यक वोट बैंक में सेंध के लिए भाजपा ने बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया है। भाजपा 36 हजार अल्पसंख्यक मोदी मित्रों के साथ विधानसभा चुनाव में उतरेगी। इनमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से होंगे।

इसके लिए जयपुर की 4 सीटों सहित प्रदेश की मुस्लिम बहुल उन 40 सीटों की सूची बनाई है, जहां के 25 लाख अल्पसंख्यक मतदाता चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। लोकसभा चुनाव तक मोदी मित्रों का दायरा और बढ़ाया जाएगा।

पार्टी मोदी मित्रों के जरिए अल्पसंख्यकों का रुख अपनी ओर मोड़ने पर काम करेगी। इसके लिए 40 दरगाहों, 150 मदरसों की सूची भी बनाई है, जहां से मौलानाओं-अलीमों के जरिए चुनावी कैंपेन चलाएगी, सूफी संवाद कार्यक्रम करेगी।

भाजपा के पक्ष में मुस्लिम पुरुषों के मुकाबले महिला वोटर तीन गुना बढ़ीं
ट्रिपल तलाक कानून 2018 में आया। इसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव के मुकाबले कांग्रेस को मुस्लिम वोट 43 हजार कम मिले। जबकि भाजपा को 2.01 लाख वोट अधिक मिले। इनमें पुरुष वोटर 50 हजार थे, जबकि 2.10 वोट मुस्लिम महिलाओं ने दिए।

– विधानसभा : प्रदेश में 40 सीटें मुस्लिम बहुल मानी जाती हैं। 2018 में कांग्रेस ने 16 प्रत्याशी उतारे, जिनमें 8 जीते थे। बाद में नगर से बसपा से जीते वाजिब अली भी कांग्रेस में शामिल हो गए।

भाजपा ने सिर्फ युनूस खान को टिकट दिया लेकिन वह नहीं जीत पाए। इससे पहले 2013 में कांग्रेस ने 19 प्रत्याशी उतारे, सभी हारे। भाजपा ने 4 उतारे, इनमें से 2 जीते। वहीं, 2008 में कांग्रेस के 13 में से 11 जीते, भाजपा के 5 में से 1 ही जीता।

लोकसभा : नौ सीटें- बाड़मेर, चूरू, नागौर, सीकर, झुंझुनूं, टोंक-सवाईमाधोपुर, भरतपुर, अलवर एवं जयपुर सिटी मुस्लिम बहुल मानी जाती हैं। 2014 के में सभी 25 सीटें भाजपा और 2019 में भाजपा व सहयोगी आरएलपी ने जीती।

कांग्रेस ने 2014 में टोंक-सवाईमाधोपुर से क्रिकेटर अजहरुद्दीन व 2019 में चूरू से रफीक मंडेलिया को उतारा यानी एक-एक मुस्लिम प्रत्याशी उतारा लेकिन जीत नहीं पाए। इससे पहले 2009 में कांग्रेस को 20, भाजपा को 4 सीटें मिली थीं। दौसा से किरोड़ीलाल निर्दलीय जीते थे।

दुपट्टा-जैकेट पहनेंगे मोदी मित्र, कुछ से पीएम खुद मिलेंगे
मोदी मित्र कैंपेनिंग में मोदी जैकेट, भाजपा का दुपट्टा पहनेंगे। अल्पसंख्यक कल्याण की केंद्रीय योजनाओं-नीतियों का प्रचार व कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। राज्य से चयनित कुछ मोदी मित्रों से पीएम नरेंद्र मोदी मिलेंगे। पार्टी ने अपने अल्पसंख्यक मोर्चा को इसका जिम्मा दिया है।

मोर्चा ने मोदी मित्रों की चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। विधानसभावार अल्पसंख्यक वर्ग के रिटायर्ड नौकरशाह, अवाॅर्डी समाजसेवी, योग्यताधारी स्टूडेंट्स को चिह्नित भी कर रहा है।

भाजपा का इसलिए फोकस : ट्रिपल तलाक कानून के बाद पार्टी का मुस्लिम वोट शेयर चार गुना हुआ
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी व प्रदेशाध्यक्ष हमीद मेवाती कहते हैं- हमारी प्राथमिकता अल्पसंख्यक वर्ग को भाजपा से जोड़ना है। पहले चरण में 36 हजार मोदी मित्र सलेक्ट होंगे।

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