ईआरसीपी से 13 जिलों को मिलेगी 50 साल तक पानी की गारंटी : शेखावत
जयपुर। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) आभार यात्रा के दूसरे दिन रविवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक और जयपुर जिलों में सभाएं की। सभाओं में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी से आगामी 40-50 साल तक पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की जनता को पानी की गारंटी मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि कभी यहां प्रचुरता में जमीन में पानी उपलब्ध रहता था, लेकिन अब वो रसातल में चला गया है। पानी का बड़ा संकट पैदा हो गया है। अटल जी की सरकार नदी जोड़ो परियोजना लेकर आई थी, जिसमें पार्वती-कालीसिंध-चंबल भी एक लिंक था, लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच सहमति नहीं बनी। वर्ष 2004 में अटल जी की सरकार दोबारा नहीं बन पाई और कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार ने इसे 10 साल लटका दिया। वर्ष 2016 में वसुंधरा जी ने इससे हटकर ईआरसीपी की परिकल्पना की, लेकिन वर्ष 2018 में दुर्भाग्य से उनकी सरकार चली गई।
शेखावत ने कहा कि वर्ष 2018-19 में मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार थी। गहलोत साहब को हमने लिखा कि आप मध्य प्रदेश से समझौता कर लीजिए, हम आपकी ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के लिए आगे बढ़ेंगे, लेकिन जनवरी 2019 में गहलोत साहब को चिट्ठी लिखकर मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कह दिया कि यह मध्य प्रदेश के हित में नहीं है। हम कोई समझता नहीं करेंगे। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि तब से गहलोत ईआरसीपी को राजनीतिक भस्मासुर की तरह खड़ा कर रहे थे। मुझे और प्रधानमंत्री जी को कठघरे में खड़ा कर रहे थे। मैं प्रधानमंत्री जी के पास गया और उनसे निवेदन किया कि तकनीकी कमी राजस्थान पूरा करता नहीं है। हमको अपराधी बनाने के लिए काम करता है। प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि कुछ नया सोचो और आगे बढ़ो। तब हमने पीकेसी-ईआरसीपी को कैसे जोड़ सकते हैं, इसको लेकर देश भर के पानी को समझने वाले इंजीनियर को बुलाया। तब यह नया रास्ता निकाला।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले मैंने अलवर से लेकर जयपुर समेत सभी 13 जिलों की यात्रा की थी। मैंने बताया था कि कैसे राजस्थान की गहलोत सरकार ईआरसीपी को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। कैसे साढ़े तीन करोड़ लोगों के सूख कंठों और लाखों किसान के साथ राजनीति की जा रही है। लोकतंत्र में लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ किसी पाप से काम नहीं हो सकता। तब मैंने कहा था कि हमारी सरकार बनने दीजिए, अगले 1 महीने में मध्य प्रदेश से समझौता कर आपके सपनों की जीवन रेखा को साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी से आगामी 40-50 साल तक जनता को पानी की गारंटी मिलेगी। शेखावत ने त्वरित गति से कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार भी जताया।
गहलोत ने योजनाएं लटकाईं और अटकाईं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में देश में मात्र 16 प्रतिशत ग्रामीण घरों तक पाइपलाइन से पानी पहुंचता था। ग्रामीण क्षेत्रों में देश में 19 करोड़ 40 लाख परिवार रहते हैं। मेरी माता-बहनों को 5-10 किलोमीटर रोजाना पानी के लिए चलना पड़ता। प्रधानमंत्री जी ने इससे उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए जल जीवन मिशन शुरू किया। कोरोना की आपदा और जल राज्यों का विषय होने के बावजूद देश में 10 प्रांतों में 100 प्रतिशत घरों तक पीने का पानी पहुंच गया है। आज 75 प्रतिशत ग्रामीण घरों तक नल से जल पहुंचने लगा है। राजस्थान की परिस्थितियों को देखते हुए यहां सबसे ज्यादा संसाधन उपलब्ध कराए, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार के लिए गरीब के जीवन में परिवर्तन लाना या उसके लिए योजना बनाना प्राथमिकता नहीं थी। उनके लिए प्राथमिकता थी कि वोटबैंक किस तरह से बढ़ाया जा सकता है। अशोक गहलोत ने केवल योजनाओं का लटकाने, भटकाने और अटकाने का काम किया। राजस्थान को 27,000 करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन उन्होंने मात्र 6000 करोड़ रुपए खर्च किए, जिसमें भी भ्रष्टाचार का तूफान खड़ा करने का काम किया। प्रदेश की जनता ने उनको सजा दी और सत्ता की कुर्सी से खींचकर नीचे पटक दिया।
गरीबों का जीवन बदला
शेखावत ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने पिछले 10 साल धरातल पर अपनी योजनाओं के माध्यम से भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया। उसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई देती है। गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाकर 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकला है। गरीब को घर, शौचालय, गैस, बैंक खाता, गांव तक सड़क, सस्ता इंटरनेट, स्वास्थ्य के खर्च की चिंता से मुक्ति देने का काम मोदी जी की सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि अबकी बार 400 के पार जाएंगे और तीसरी बार नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनवाएंगे।
मंदिर में सुना मन की बात कार्यक्रम
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने सुबह धौलपुर के श्री जगन्नाथ जी मंदिर में पहुंचकर दर्शन-पूजन पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम “मन की बात” को स्थानीय निवासियों और कार्यकर्ता के साथ सुना। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से मोदी सरकार बनाने को लेकर कहीं जरा भी संदेह किसी के मन में नहीं है। सभी पूर्णतः आश्वस्त हैं। मोदी जी का कामकाज और संदेश लेकर हम कार्यकर्ता घर-घर तक जाएंगे।