राजस्थान में बढ़ते महिला अपराधो को लेकर प्रियंका गांधी पर निशाने साधने की सजा दे रही है कांग्रेसः जितेन्द्र गोठवाल
जयपुर । भाजपा मुख्यालय में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल सहित भाजपा कार्यकर्ताओं पर राजनीतिक द्वेष के चलते षडयंत्रपूर्वक अपराधिक मुकदमें दर्ज किये जाने के मामले को लेकर प्रेस वार्ता की।
राठौड़ ने कहा कि, प्रदेश में बिगडी कानून व्यवस्था के बावजूद कांग्रेस सरकार के रसूखदार नेता लगातार किसी न किसी जुर्म में पुलिस की गिरफ्त से बच जाते है, लेकिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते द्वेषपूर्वक भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिसतंत्र के बल पर एक प्रचंड प्रताडना का कार्य सरकार ने प्रारंभ किया है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अलग-अलग थानों में 8 मुकदमें, दो मुकदमें स्वयं (राजेन्द्र राठौड़) पर व लगभग 212 मुकदमें राजस्थान भर में अलग-अलग जगहों पर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर प्रदर्शन-आंदोलन-धरने के कारण दर्ज किये गए है।
राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रदेश की पुलिस कटपुतली बनकर रह गई है, बीकानेर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर बिजली कटौती के विरूद्ध में ज्ञापन देने पर एट्रोसिटी एक्ट, राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करना, वहां के जिलाध्यक्ष, प्रदेश उपाध्यक्ष व कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज करते है, मुख्यमंत्री गहलोत आईपीसी का माखौल बनाकर गहलोत पेनल कोड चला रहे है।
कांग्रेस सरकार के मंत्री के पुत्र की शादी में सरेआम हवाई फायर, नगर के विधायक वाजिब अली के ऑस्ट्रेलिया वापसी स्वागत जश्न में फायर, कोटडी पूर्व विधायक और बीज निगम के अध्यक्ष स्वागत कार्यक्रम में फायरिंग और बाड़ी के विधायक मलिंगा के द्वारा जेईएन पर हमला करना और इसके बाद लंबे अंतराल में अपनी शर्तों पर पुलिस को सरेंडर करना व उप मुख्य सचेतक के परिवार पर हत्या का आरोप लगाना, ऐसी तमाम घटनाओं पर सरकार कार्यवाही करने के बजाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने वाली पुलिस पर कार्यवाही न कर गोठवाल को गिरफ्तार कर लेती है, साथ ही आज हमारे सांसद मनोज राजोरिया के साथ एनएसयूआई के पूर्व पदाधिकारी द्वारा इआरसीपी प्रोजेक्ट के नाम पर दुर्व्यवहार हुआ।
भाजपा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल ने डॉ. अर्चना शर्मा मामले की जानकारी साझा करते हुए कहा कि, इस प्रकरण में आशा बैरवा की मौत 12 बजे, 28 मार्च 2022 डिलिवरी के दौरान होने के बाद, मुआवजे की मांग को लेकर 2 बजे धरना करते है और शाम 6ः50 पर पुलिस द्वारा डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ धारा 302 में मामला दर्ज कर लेती है।
इस पूरे घटनाक्रम के साढ़े 9 घंटे बाद घटनास्थल पहुंचकर, 1 घंटे वहां रुकने के बाद तहसीलदार और पटवारी के माध्यम से सरकारी योजनाओं सहित 10 लाख मुआवजे पर सहमति बनी, जिसके बाद सवाई माधोपुर निकल गया था, अगले ही दिन मेरी जानकारी में आया कि कांग्रेस मंत्री प्रसादीलाल मीणा द्वारा डॉ. अर्चना शर्मा व उसके परिवार व मृतक परिवार पर दबाव बनाकर मंत्री के नजदीकी लोगों द्वारा समझौता पत्र तैयार कर 3 लाख रूपये की राशि दी गई।
पुलिस के अनुसार आशा बैरवा के परिवार के लोगों के पास 3 लाख रूपये बरामद हुए, जो समझौते में दिए गए थे, जबकि प्रदर्शन-धरना करने वाले लोगों ने मुआवजा सरकार से मांगा था डॉ. अर्चना से नहीं, फिर भी मुझे गिरफ्तार किया गया, क्योंकि 3 दिन पहले प्रियंका गांधी को राजस्थान में बढ़ते महिला अपराध पर चेताते हुए ट्रैन की टिकट भेजी थी, साथ ही पिछले 3 सालों में मैंने भरतपुर संभाग में लगभग 25 धरना-प्रदर्शन सरकार के खिलाफ किए। इसके चलते द्वेष्तापूर्ण सरकार ने मुझे झंूठा फंसाया। कांग्रेस सरकार जातीय संघर्ष पैदा कर बहुसंख्यकों को बांटने का कार्य कर रही है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि पूरे मामले की सीबीआई जांच व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
इस प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश मंत्री अशोक सैनी, भाजपा मीडिया संयोजक पंकज जोशी, भाजपा प्रदेश मीडिया सह-संयोजक पंकज मीणा उपस्थित रहे।