दो कांग्रेसी और नौ पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री

देश में इस समय कांग्रेस की दो सरकारें हैं और दो मुख्यमंत्री हैं। राजस्थान में अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल। इनके अलावा कुछ और राज्यों में कांग्रेस सरकार में है लेकिन वहां मुख्यमंत्री कांग्रेस का नहीं है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि देश के नौ राज्यों में इस समय ऐसे नेता मुख्यमंत्री हैं, जो पहले कांग्रेस में रहे हैं। कांग्रेस छोड़ कर ये नेता भाजपा में गए या अपनी पार्टी बनाई और आज मुख्यमंत्री हैं। सोचें, कांग्रेस में रह कर मुख्यमंत्री बनने की संभावना और पार्टी छोड़ कर दूसरी जगह जाने पर मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर! क्या यहीं कारण नहीं है कि कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं? अगर विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को जोड़ें तो वह बहुत बड़ी संख्या हो जाएगी।

सबसे पहले बड़े राज्यों पर विचार करें तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूर्व कांग्रेसी हैं। उन्होंने राजनीति ही यूथ कांग्रेस से शुरू की थी। उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस बनाई और आज देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक राज्य की तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी हैं। दूसरा बड़ा नाम तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का है। उन्होंने भी ममता बनर्जी की तरह अपना राजनीतिक जीवन यूथ कांग्रेस से शुरू किया था। उन्होंने बाद में अलग तेलंगाना राज्य का आंदोलन चलाया और तेलंगाना राष्ट्र समिति नाम से पार्टी बनाई। वे दूसरी बार इस नए राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।

कांग्रेस से राजनीति शुरू करके दूसरी पार्टी से मुख्यमंत्री बनने वालों में सबसे नया नाम त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा का है, जिनको भाजपा ने बिप्लब देब की जगह मुख्यमंत्री बनाया है। महज छह साल पहले तक वे कांग्रेस पार्टी में थे। माणिक साहा ने 2016 में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा ज्वाइन की थी और छह साल बाद वे राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उन्हीं की तरह छह-सात साल पहले हिमंता बिस्वा सरमा ने भी कांग्रेस छोड़ कर भाजपा ज्वाइन की थी। वे तरुण गोगोई की कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। कांग्रेस छोड़ने के बाद वे 2015 में असम की सर्बानंद सोनोवाल सरकार में मंत्री बने और 2021 में सोनोवाल को हटा कर राज्य के मुख्यमंत्री बनाए गए।

पूर्वोत्तर के बाकी पांच राज्यों में से तीन में पूर्व कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री हैं। मेघालय में एनपीपी के नेता कोनरेड संगमा मुख्यमंत्री हैं, अरुणाचल पेमा खांडू और नगालैंड नेफ्यू रियो। इन तीनों मुख्यमंत्रियों ने अपनी राजनीति कांग्रेस से शुरू की थी। उधर सुदूर दक्षिण के पुड्डुचेरी में एनआर रंगास्वामी मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने 2011 में कांग्रेस छोड़ कर अपनी पार्टी ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस बनाई थी। उससे पहले वे कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे थे। इस तरह देश में कुल नौ ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने राजनीति कांग्रेस से शुरू की थी।

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