बिजली संकट पर बोले शेखावत कहा- सीएम गहलोत ने दिखाई जादूगरी, राज्य के हिस्से का कोयला चोरी छिपे पिछले गेट से बेच दिया
राजस्थान के बारां में बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने एक दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पत्रकार वार्ता में राजस्थान सरकार पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने एक दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पत्रकार वार्ता में राजस्थान सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को लेकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार जिद्द छोड़कर 13 जिलों के लोगों के सूखे कंठो की ओर देखें और केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक प्रोजेक्ट बनाकर उन्हें भेजें। वो एक महीने के भीतर इस प्रोजेक्ट का निस्तारण करवा देंगे। साथ ही प्रधानमंत्री से आग्रह करेंगे कि केंद्र सरकार की अनुदान राशि 90% तक की जाए।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मुख्यमंत्री गहलोत से कहा कि इस मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फुटबॉल ना बनाएं। वहीं प्रदेश में बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर शेखावत ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
शेखावत ने कहा कि प्रदेश में अपराध बेलगाम हो रहा है, महिला अत्याचार बढ़ रहा है , सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। हाल ही जयपुर में आरएएस अधिकारियों द्वारा एसीबी को टूल बनाए जाने के आरोप को लेकर भी उन्होंने सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि अब तो सरकार के अधिकारी ही सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। एसीबी को टूल बनाकर काम लिया जा रहा है।
जनता जल मिशन में राज्य के पिछड़ेपन को लेकर भी उन्होंने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को 27 हजार करोड़ रुपए की ग्रान्ट दी, लेकिन राज्य सरकार मात्र 4 हजार करोड़ रुपए के करीब ही लिए। राजस्थान प्रगति के मामले में देश के 33 प्रदेशो में 32 वे नंबर पर है।
बिजली संकट पर किए गए सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार अपनी विफलताओं को छुपाती है और मुख्यमंत्री इस में माहिर है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को जादूगरी खूब आती है इसीलिए वो जादूगर कहलाते हैं। उन्होंने प्रदेश में कोयले संकट को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने अपने हिस्से का कोयला चोरी छुपे पिछले गेट से बेच दिया।
प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं, सीएम तय करना पार्टी के शीर्ष स्तर के लोगों का काम है। अगर उन्हें आदिवासियों के बीच काम करने को भेजा जाएगा तो अभी वो पूरी निष्ठा से करेंगे।
इससे पूर्व शेखावत ने मिनी सचिवालय के सभागार में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अति महत्वकांक्षी जिले में शामिल बारां जिले में कुपोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल आदि इंतजामों में सुधार के निर्देश दिए।