नशे की रोकथाम के लिए समन्वय तथा फोकस अप्रोच के साथ काम करें- मुख्य सचिव
जयपुर। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि राज्य में नशे की रोकथाम के लिए संबंधित विभाग समन्वय तथा फोकस अप्रोच के साथ काम करें । उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम, उपचार, काउंसलिग तथा अन्य संबंधित गतिविधियों पर संबंधित विभाग नोडल अधिकारी नियुक्त कर उनकी जिम्मेदारी तय करें तथा ‘नशा मुक्त राजस्थान’ बनाने के लिए रुपरेखा तैयार की जाए ।
श्रीमती शर्मा सोमवार को शासन सचिवालय में केन्द्र सरकार द्वारा गठित नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर की राज्य स्तरीय कमेटी को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि राज्य में फैलता हुआ नशा एक गंभीर समस्या है तथा राज्य सरकार द्वारा युवाओं के बीच नशीली दवाओं के रोकथाम के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों पर चिकित्सा विभाग एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग शॉर्ट वीडियो, साइन बोर्ड सहित अन्य गतिविधियों के माध्यम से प्रचार प्रसार करें जिससे युवाओं में इसके प्रति जागरुकता फैल सकें । उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार द्वारा नशे पर नियन्त्रण के लिए बनी रणनीति की अब लगातार मॉनीटरिंग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 12 अगस्त को स्कूलों में आयोजित कार्यक्रम तथा ग्रामीण ओलम्पिक कार्यक्रम में युवाओं को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए कम्यूनिटी का सहयोग लिया जाए तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में एनजीओ के साथ इस संबंध में बैठक करें।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह अभय कुमार ने राज्य में नशे के कारोबार की स्थिति, जागरुकता अभियान, प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए क्षमता संवर्धन, ई- शपथ, होटलो, बार तथा कैफे में एंटी ड्रग साइन बोर्ड के संबंध में स्थिति से मुख्य सचिव को अवगत करवाया । बैठक में गृह, पुलिस तथा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।