सा-धन संस्था: अवेयर करते हुए छोटे-छोटे बिजनेस को प्रमोट करता है
जयपुर।छोटे-छोटे कदम उठाकर स्वयं को व्यापार किया जा सकता है, लेकिन अवेयरनैस के अभाव में लोगों को पता ही नहीं होता है, कि कैसे आगे बढ़ना है।
राजस्थान अन्य राज्यों के अपेक्षा इसमें कम जागरुक है। ऐसे में हम लोगों को अवेयर करते हुए छोटे-छोटे बिजनेस को प्रमोट करते हैं। ये विचार जयपुर में सा-धन संस्था के विशेषज्ञों ने रखे। उन्होंने कहा, निम्न वर्ग के छोटे ऋण धारक लोन लेते समय और लोन चुकाने के वक्त अनेक समस्याओं से परेशान रहते हैं।
इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए हम आगे आए हैं। संस्था सीईओ जीजी मैंमेन ने बताया, कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) के रूप में रजिस्टर्ड सा-धन संस्था माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र का एक राष्ट्रीय संघ है। लोन से संबंधित होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए संस्था निरंतर जागरूकता ला रही है।
2022-23 के दौरान माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र द्वारा दिया गया कुल लोन लगभग 3.20 लाख करोड़ रुपए है और कुल बकाया लगभग 3.51 लाख करोड़ है। एमएफआई के पास 7 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों के सक्रिय ऋण खाते हैं। इसके अलावा एसएचजी बैंक लिंकेज कार्यक्रम से लगभग 1.80 से 2 लाख करोड़ रुपए दिए गए हैं।
हमारे देश में माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र के तहत कुल 5 लाख करोड़ से अधिक बकाया हैं, जो बैंकों द्वारा दिए गए प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण का 10% से अधिक है। राजस्थान में लगभग 112 माइक्रोलेंडर्स (19 बैंकों सहित) संचालन में हैं, जिनमें से 3 राज्यों में स्थित हैं, जिनका संचालन राजस्थान में है।