मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ निर्वाचन विभाग की बैठक
जयपुर । मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर निर्वाचन विभाग एवं मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के मध्य गुरुवार को बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मतदान केंद्रों पर की जाने वाली व्यवस्थाओं, आयोग की ओर से किए गए नवाचारों, निर्वाचन आयोग की राजनीतिक दलों से अपेक्षा और दिशा-निर्देशों के बारे में चर्चा की। उन्होंने राजनीतिक दलों से कहा कि वे अपने बूथ लेवल एजेंटों के माध्यम से मतदाता सूचियों में नए मतदाताओं का नाम जुड़़वाने के काम में बूथ लेवल ऑफिसर का सहयोग करें। साथ ही वे अपने निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में मृत, स्थानांतरित या दोहरी प्रविष्टियों की सूची डीईओ, ईआरओ या बीएलओ को दें। गुप्ता ने वोटर हेल्पलाइन एप का प्रचार-प्रसार करने में राजनीतिक दलों से सहयोग की भी अपील की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 9 नवंबर से 8 दिसंबर तक नए मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में जुडवा सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुनर्गठन के बाद अब राज्य में मतदान केंदों की कुल संख्या 51187 हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा जयपुर जिले में 4529, अलवर में 2662 और जोधपुर में 2543 मतदान केंद्र हैं।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (आईटी) एम एम तिवारी, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त और वित्तीय सलाहकार (निर्वाचन विभाग) श्रीमती अनुपमा शर्मा के अलावा बहुजन समाज पार्टी से मोतीलाल वर्मा, कांग्रेस से कुलदीप सिंह और बलविंदर सिंह तथा कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से नरेंद्र आचार्य और अवतार सिंह उपस्थित रहे।