सभी दलों के सदस्यों को विधान सभा में बोलने के दिये समान अवसर- देवनानी
आठ दिवस में सत्रह अनुदान मांगों पर हुई चर्चा,349 बार विधायकों ने अनुदान मांगो पर लिया भाग
जयपुर। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सोलहवीं राजस्थान विधान सभा के तृतीय सत्र में आठ दिवस में सत्रह अनुदान मांगों पर हुई चर्चा में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को 161 और इंडियन नेशनल कांग्रेस के विधायकों को 162 बार सदन में बोलने का अवसर दिया गया। श्री देवनानी ने बताया कि भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायकों को 5, बहुजन समाज पार्टी के विधायकों को 4, राष्ट्रीय लोक दल के विधायक को 5 और निर्दलीय विधायकों को सदन में बोलने के 12 अवसर दिये गये। उन्होंने कहा कि सदन में विभिन्न अनुदान मांगो पर सार्थक चर्चा में बिना किसी पक्षपात के सभी विधायकगण को बोलने के समान अवसर प्रदान किये गये।
देवनानी ने मंगलवार को सदन में बताया कि 28 फरवरी को जनजाति क्षेत्रीय विकास और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता की अनुदान मांग पर हुई चर्चा में भारतीय जनता पार्टी के 11, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 9, भारत आदिवासी पार्टी के 1 विधायक को बोलने का मौका दिया गया । तीन मार्च को गृह और कारागार की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 14, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 15, भारत आदिवासी पार्टी के 1, बहुजन समाज पार्टी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक को बोलने का मौका दिया गया। श्री देवनानी ने बताया कि चार मार्च को शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 18, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 17 और निर्दलीय 2 विधायक को बोलने का मौका दिया गया । पांच मार्च को जन स्वास्थय अभियांत्रिकी विभाग एवं जल संसाधान व इंदिरा गांधी नहर की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 26, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 26, भारत आदिवासी पार्टी के 1, राष्ट्रीय लोक दल के 1 और निर्दलीय 3 विधायक को बोलने का मौका दिया गया । छ: मार्च को चिकित्सा एवं स्वास्थय एवं चिकित्सा शिक्षा की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 26, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 27, बहुजन समाज पार्टी के 1, राष्ट्रीय लोक दल के 1 और निर्दलीय 3 विधायक को बोलने का अवसर प्रदान किया गया । सात मार्च को नगरीय विकास एवं आवासन और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 22, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 22, बहुजन समाज पार्टी के 1 और राष्ट्रीय लोक दल के 1 विधायक को बोलने का मौका दिया गया । इसी प्रकार 10 मार्च को उद्योग एवं वन की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 25, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 26, भारत आदिवासी पार्टी के 1, बहुजन समाज पार्टी 1, राष्ट्रीय लोक दल 1 और निर्दलीय 3 विधायकों ने चर्चा में सहभागिता निभाई। ग्यारह मार्च को सहकारिता और खाद्य नागरिक आपूति एवं उपभोक्ता मामलात की अनुदान मांगो पर भारतीय जनता पार्टी के 19, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 20, भारत आदिवासी पार्टी के 1 और राष्ट्रीय लोक दल के 1 विधायक को बोलने का मौका दिया गया । श्री देवनानी ने बताया कि सत्रह अनुदान मांगो पर सदन में चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025-26 की शेष 45 अनुदान मांगें मुखबंद का प्रयोग किया जाकर पारित की गई।