प्रश्नकाल के दौरान संबंधित विभागों के अफसर दीर्घा में मौजूद नहीं मिले तो होगी कार्रवाई
जयपुर। प्रश्नकाल के दौरान राज्य विधानसभा की अधिकारी दीर्घा में अनुपस्थिति को लेकर राजस्थान विधानसभा के स्पीकर वासुदेव देवनानी मंगलवार को काफी सख्त नजर आए। प्रश्नकला के दौरान उन्होंने आसन से व्यवस्था की दी कि प्रश्नकाल के दौरान जिन-जिन विभागों के सवाल लगे हों औऱ उनमें किसी विभाग के अफसर यहां मौजूद ना रहें तो इसकी जानकारी उन्हें दी जाए। वे उस पर सख्त एक्शन लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने विधि एवं संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल को भी इसके लिए ताकीद किया कि अफसर गैलेरी में अनुपस्थित अधिकारी की सूचना वे आसन को उपलब्ध कराएंगे।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने सदन को भरोसा दिलाया कि आसन की व्यवस्था शिरोधार्य है। आसन की व्यवस्था का सत्तापक्ष द्वारा सदैव अक्षरशः पालन किया जाता रहा है और आगे भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम तौर पर प्रश्नकाल के दौरान वे सभी अधिकारी ऑफिसर्स गैलेरी में मौजूद रहते हैं जिनके विभागों के सवाल लगे होते हैं। फिर भी आगे से इस व्यवस्था को और सुनिश्चित किया जाएगा कि संबंधित विभागों के अधिकारी सदन में प्रश्नकाल के दौरान मौजूद रहें।
इससे पहले कांग्रेस के विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने अफसर दीर्घा में सवाल से संबंधित विभागों के अधिकारियों के सदन में मौजूद नहीं रहने को लेकर व्यवस्था को लेकर इंगित किया था। इससे पहले भी विपक्ष की ओऱ से यह मुद्दा उठाया जा चुका है कि शून्यकाल में भी जब स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण अथवा पर्ची के माध्यम से विधायकों द्वारा कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जाते हैं। उन पर कई बार संबंधित मंत्रियों की ओऱ से जवाब भी दिया जाता है। लेकिन, उस दौरान संबंधित विभागों के अफसर सदन में मौजूद नहीं होते हैं। उस समय भी आसन से व्यवस्था दी गई थी कि स्थगन और ध्यानाकर्षण के समय संबंधित अधिकारी सदन में मौजूद रहेंगे।