विधानसभा में अनुशासन तोड़ा तो संबंधित विधायक पर होगी सख्त कार्रवाई : वासुदेव देवनानी
जयपुर। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों औऱ विधायकों के आचरण को लेकर स्पीकर वासुदेव देवनानी बुधवार को काफी नाराज नजर आए। उन्होंने प्रश्नकाल के बाद आसन से व्यवस्था देते हुए पक्ष-विपक्ष के सभी विधायकों और मंत्रियों से साफ-साफ शब्दों में कहा कि वे अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। आगे से अनुशासनहीनता करने वाले विधायक के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सकती है।
दरअसल, देवनानी को यह व्यवस्था इसलिए देनी पड़ी कि बार-बार टोकने के बावजूद प्रश्नकाल में भी कुछ विधायक मंत्रियों के पास उनकी सीटों पर अपने काम लेकर चले जाते हैं। वहां बैठकर उनसे बातें करने लगते हैं। अथवा कुछ विधायक दूसरे विधायकों की सीट पर बैठकर अपने दूसरे साथियों से गपशप करने लगते हैं। देवनानी ने कहाकि यह आचरण बिलकुल ठीक नहीं है। प्रश्नकाल के दौरान किसी को भी इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। अगर विधायकों के अपने कोई काम हैं तो शून्यकाल में अथवा सदन की बैठक के बाद मंत्रियों से उनके चैंबर में जाकर मिल सकते हैं। लेकिन, सदन की मर्यादा का सभी को पालन करना चाहिए।
देवनानी ने आसन से व्यवस्था देते हुए विपक्ष के विधायकों से भी कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष बोल रहे होेते हैं तब भी कांग्रेस के दूसरे विधायक बिना अनुमति खडे़ होकर बोलने लगते हैं। ऐसा करके वे प्रश्नकाल में जानबूझकर व्यवधान डालने का प्रयास करते हैं। यह बिलकुल भी ठीक नहीं है।
संसदीय कार्य मंत्री से कहा कि वे प्रस्ताव लेकर आएंः
देवनानी ने कहा कि विधायक उनके निर्देशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कुछ विधायक कहते हैं कि इनका तो स्वभाव है, ये ऐसे ही कहते रहते हैं। लेकिन, वे पूरी गंभीरता के साथ बोल रहे हैं कि सदन में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। देवनानी संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल से कहा कि अगर कोई सदस्य अब आसन के आदेशों की अवहेलना करके अनुशासनहीनता करता है तो वे सदन में उसके खिलाफ प्रस्ताव लेकर आएं। उस पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी।