बिजली संकट पर सदन में विपक्ष का हंगामा
जयपुर: राजस्थान विधानसभा में सोमवार को बिजली के मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सरकार पर कटौती के आरोप लगाते हुए कहा कि खुद सीएम ने बिजली कटौती नहीं होने का दावा किया था, लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है।
प्रदेश में विद्युत आपूर्ति को लेकर विधायक इंदिरा ने प्रश्नकाल में सवाल उठाते हुए कहा कि बिजली कटौती हो रही है उसका क्या समाधान है? मेरी विधानसभा क्षेत्र में तीन जेईएन की जगह एक ही जगह कम कर रहा है। मैं जेईएन की फोन कॉल डिटेल की जांच की मांग करती हूं। क्योंकि वह किसी का फोन कॉल रिसीव नहीं करते। मंत्री हीरालाल नागर ने जवाब दिया कि वर्तमान में 5,000 मेगावाट सोलर से आपूर्ति की जा रही है बाकी विंड से आपूर्ति हो रही है। वर्तमान में 25 से 28 प्रतिशत बिजली की डिमांड बढ़ी है। जिसकी वजह से 2 से 3 घंटे कटौती करनी पड़ रही है।दिन में पूरी बिजली दे रहे हैं, लेकिन डिमांड बढ़ने की वजह से रात को कटौती हो रही है। अगर कटौती की बात करें तो 7,000 मेगावाट की कटौती हो रही है। केंद्रीय उपकर्मों से भी बिजली ली जा रही है। वर्तमान में 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली जा रही है। मंत्री के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप पूर्ववर्ती सरकार के सभी एमओयू खत्म कर रहे हैं फिर बिजली क्यों नहीं मिल रही? मंत्री ने जवाब दिया कि पूर्व सरकार की नीतियों की वजह से संकट खत्म नहीं हो पा रहा। केंद्रीय उपक्रमों के जरिए उपलब्धता बढ़ाई गई है। जेईएन मामले में हम पूरे प्रकरण की जांच करवाएंगे, कॉल डिटेल की भी जांच करवा लेंगे और अगर कोई दोषी पाएं गए तो सस्पेंड की कार्रवाई भी की जाएगी।