लाल डायरी की तलाश : बीजेपी को भी, ईडी का भी
जयपुर। राजस्थान की सियासत में आई लाल डायरी का रहस्य गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ इस डायरी के अंदर के मुख्य किरदार बताए गए हैं। इस लाल डायरी की वजह से इन नेताओं की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, जो आने वाले चुनावों में भी दिखाई दे सकता है।
लाल डायरी को सियासी पिच पर लाए बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ज्यादा देर नहीं खेल पाए, लेकिन भाजपा ने इस पर बल्लेबाजी शुरू कर दी है। अब बीजेपी के नेता इस लाल डायरी की तलाश कर रही है। ईडी ने भी इस पर काम शुरू कर दिया है। अब संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि बर्खास्त मंत्री गुढ़ा से अब नई डायरी की तैयार करवाई जा सकती है।
इस डायरी में राजस्थान की सत्ता-ए-सियासत में लेन देन का ब्योरा है। मगर राज अब भी राज ही है। अब इस राज को बाहर लाने के लिए बीजेपी व ईडी ने कमर कस ली है। दरअसल ईडी पहले ही राजस्थान के कुछ मंत्रियों को नोटिस दे चुकी है। ऐसे में ईडी जल्दी ही राजेंद्र सिंह गुढ़ा से भी लाल डायरी को लेकर पूछताछ कर सकती है। गुढ़ा को बीजेपी का संरक्षण मिल सकता है। गुढ़ा ने इस डायरी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी व धर्मेंद्र सिंह राठौड़ को निशाने पर ले चुके हैं।
विधानसभा में लाल डायरी लहराने के बाद मार्शलों के जरिये गुढ़ा को बाहर निकाला गया था। उन्होंने इसके बाद यह भी आरोप लगाया कि मंत्री धारीवाल और अन्य कांग्रेस विधायकों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। साथ ही गुढ़ा ने धारीवाल और महेश जोशी को तो बलात्कारी तक बताया और इनका नार्को टेस्ट कराने की मांग की। हालांकि गुढ़ा अब अपने क्षेत्र में यात्रा निकाल रहे हैं और कांग्रेस के नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं।
उधर, गुढ़ा और उनके भाइयों के खिलाफ दर्ज मामलों की थानों में दबी फाइलें बाहर निकल आई हैं। गुढ़ा और उनके भाइयों पर कई केस दर्ज है, जिसमें कुछ में बरी हो चुके हैं और कुछ अब भी विचाराधीन है। मंत्रियों पर लगाए गए आरोपों के बाद सरकार ने भी गुढ़ा को घेरने की कोशिश की है। यह बात सही है कि गुढ़ा के लाल डायरी वाले प्रकरण से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत मंत्रियों की भी छवि खराब हुई है। लाल डायरी का जिक्र हर जगह हो रहा है। इस मामले से गुढ़ा की प्रदेश स्तरीय पहचान बनी है। भाजपा इस मामले में दोहरा फायदा उठा सकती है। पहला गुढ़ा को संरक्षण देने का और दूसरा कांग्रेस के खिलाफ सबूत जुटाने का।