क्षेत्रीय दलों को समाप्त करने का सपना देखते देखते फिर से उनकी चापलूसी में जुटी भाजपा: राजीव रंजन
भाजपा पर हमला जारी रखते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि एक तरफ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा देश में घूम-घूम कर क्षेत्रीय दलों को समाप्त कर देने का ऐलान कर रहे हैं। दूसरी तरफ उनकी पार्टी क्षेत्रीय दलों की चापलूसी कर उन्हें अपने पाले में लाने का प्रयास कर रही है। यह दिखाता है कि अपनी कही बातों से यह लोग कभी भी पलट सकते हैं। वोटों के लिए इन्हें किसी से गद्दारी करने या उनकी चरणवन्दना करने में रत्ती भर भी समय नहीं लगता। इससे यह भी पता चलता है भाजपा में अंदरूनी घमासान किस कदर छिड़ा है। विपक्षी एकता से घबराए इनके नेता अब अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों को भी दरकिनार करने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि वास्तव में यह लोग समझ गये हैं कि देश की अधिकांश जनता भाजपा के नेताओं और उनके कामों से आजिज हो चुकी है। बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी और सरकार की वादाखिलाफी से लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। इसके अलावा विपक्षी एकता की कवायद ने भाजपा के ताबूत में एक और कील ठोक दी है। उन्हें पता है कि अगर यही हाल रहा तो आगामी लोकसभा चुनाव में 400 सीट जीतना तो दूर वह 100 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएंगे। यही वजह है कि इनके नेता विभिन्न राज्यों की क्षेत्रीय पार्टियों की चरणवंदना कर उनसे एनडीए में शामिल होने की गुजारिश कर रहे हैं।
भाजपा के साथ जाने वाले क्षेत्रीय दलों को चेताते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा के साथ जाने का मन बना रहे क्षेत्रीय दलों को शिवसेना का उदहारण देख लेना चाहिए। उन्हें समझ लेना चाहिए कि भाजपा लोस चुनाव से पहले उनसे तमाम वादे करेगी और बेहतरीन सपने दिखाएगी। लेकिन चुनाव बीतते ही या तो उनकी पार्टी को तोड़ कर भाजपा में मिला लिया जाएगा या पार्टी के संस्थापकों को किनारे कर भाजपा अपने किसी विश्वासी के हाथों में उनकी पार्टी की कमान थमवा देगी। इसीलिए उन्हें वक्त रहते समझदारी दिखाते हुए भाजपा के चंगुल में फंसने से बचना चाहिए।