बीजेपी के आला नेताओं का पूरा फोकस राजस्थान पर
विधानसभा चुनाव पर फोकस
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के आला नेताओं का पूरा फोकस राजस्थान पर आ गया है। यही कारण है राजस्थान में बीजेपी ने एक प्रदेश चुनाव प्रभारी और दो सह-चुनाव प्रभारी नियुक्त किए हैं। जबकि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व तेलंगाना में सिर्फ एक-एक चुनाव प्रभारी और सह-चुनाव प्रभारी की नियुक्ति की है।
इससे पहले 1 जुलाई को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की नई टीम की घोषणा की गई थी। इसमें 29 पदाधिकारियों को शामिल किया गया था। इनमें 20 नए चेहरों को पदाधिकारी बनाया था। वहीं 9 पुराने पदाधिकारियों को फिर से मौका दिया। इसके ठीक 6 दिन बाद अब चुनाव प्रभारी नियुक्त कर बीजेपी आक्रामक मोड में आ गई है।
राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय काेयला मंत्री प्रहलाद जोशी को प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। जबकि गुजरात के पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और हरियाणा के कुलदीप बिश्नोई को सह-चुनाव प्रभारी बनाया है। ये नेता विधानसभा चुनाव में राजस्थान बीजेपी को मजबूत करने का काम करेंगे। शुक्रवार को जोशी, पटेल व बिश्नोई की नियुक्ति के आदेश राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान बीजेपी के प्रभारी अरुण सिंह ने जारी किए।
प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाए जाने पर प्रहलाद जोशी ने कहा- भाजपा ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा। राजस्थान में आम जनता कांग्रेस को जड़ से उखाड़ फेंकने का मूड बना चुकी है। इस बार ऐतिहासिक बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
जानें कौन हैं प्रहलाद जोशी
प्रहलाद जोशी 2019 से संसदीय मामलों, कोयला और खान के केंद्रीय मंत्री हैं। वे 2004 से लोकसभा सांसद हैं। वह धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र (कर्नाटक) का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2014 से 2016 तक कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्होंने लोकसभा अध्यक्षों के पैनल में कार्य किया है। 2022 में उत्तराखंड में प्रहलाद जोशी को चुनाव प्रभारी बनाया गया था।
नितिन पटेल गुजरात के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं
राजस्थान के सह-चुनाव प्रभारी नितिन पटेल गुजरात के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह गुजरात बीजेपी के उन कद्दावर नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ लंबे समय तक काम किया है। पटेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नगर पालिका सदस्य के तौर पर की थी। इसके बाद 1990 में वह पहली बार विधायक चुने गए थे। उन्होंने गुजरात में वित्त, स्वास्थ्य जैसे कई अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली है। गुजरात में पिछली बार उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। ऐसे में लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि नितिन पटेल को उत्तर प्रदेश बीजेपी का प्रभारी नियुक्त किया जा सकता है।
आखिरी वक्त पर उन्हें राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है। मूल ओबीसी और आदिवासी बहुल इलाकों में नितिन पटेल का अच्छा होल्ड माना जाता है। ऐसे में अब देखना होगा राजस्थान भाजपा के लिए पटेल की नियुक्ति कितनी कारगर साबित होती है।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे कुलदीप
राजस्थान बीजेपी के सह-चुनाव प्रभारी कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं। कुलदीप बिश्नोई ने 1998 में पिता भजनलाल की परंपरागत सीट आदमपुर से पहली बार कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ कर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2004 से 2009 के बीच वह सांसद चुने गए थे। 2007 में अपने पिता को सीएम नहीं बनाने से नाराज होकर कुलदीप बिश्नोई ने 22 दिसंबर 2007 को कांग्रेस छोड़ हरियाणा जनहित कांग्रेस के नाम से नई पार्टी बना ली थी। 2014 में कुलदीप ने बीजेपी से गठबंधन किया था। बीजेपी में खास तवज्जो नहीं मिलने के बाद उन्होंने 2016 में एक बार फिर कांग्रेस में घर वापसी की थी। 2022 में एक बार फिर कुलदीप कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। बता दें कि राजस्थान में 37 सीटों पर बिश्नोई समाज का प्रभाव है। ऐसे में अब देखना होगा राजस्थान से सटे हरियाणा से आने वाले कुलदीप विधानसभा चुनाव में भाजपा को कितना मजबूत कर पाते हैं।