मुख्य सचिव उषा शर्मा ने किया जेडीए के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट गांधी दर्शन म्यूजियम का दौरा
जयपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा द्वारा जयपुर विकास प्राधिकरण के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट गांधी दर्शन म्यूजियम का जयपुर विकास आयुक्त डॉ. जोगाराम एवं जेडीए अधिकारियों के साथ दौरा कर प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लिया।
मुख्य सचिव राजस्थान उषा शर्मा ने दौरे के दौरान कहा कि आमजन की आंकाक्षाओं को पूरा करने तथा राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा कराने के प्रयास किए जायें।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि गांधी दर्शन म्यूजियम का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए, जिससे आमजन एवं युवापीढी गांधी जी के जीवन, दर्शन एवं मूल्यों का अनुभव कर सके, उन्हें आत्मसात कर सके। उन्होंने बेसमेंट, लॉअर ग्राउण्ड व अण्डरग्राउण्ड में डिजिटल तकनीक से सम्बंधित करवाये जा रहे कार्यों, बाहरी विकास व अन्य शेष करवाये जा रहे कार्याे का अवलोकन किया। उन्होंने जेडीए द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा की और प्रोजेक्ट की गति को भी बहुत अच्छा बताया।
जयपुर विकास आयुक्त डॉ जोगाराम ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं माननीय नगरीय विकास मंत्री महोदय के निर्देशन में गांधी दर्शन म्यूजियम की निरंतर मॉनिटरिंग कर प्रोजेक्ट का कार्य तीव्रगति से करवाया जा रहा है, जिसे शीघ्र पूर्ण कर लिया जायेगा। प्रोजेक्ट का 80 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जेडीए टीम द्वारा दिन-रात प्रोजेक्ट का कार्य तीव्रगति से किया जा रहा है।
जेेडीसी ने बताया कि गांधी दर्शन म्यूजियम का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री, राजस्थान के कर कमलों द्वारा 02.10.2021 को किया गया था। उन्होंने बताया कि म्यूजियम का निर्माण 100.00 करोड रूपए की लागत से लगभग 14500 वर्गमीटर क्षेत्र में किया जा रहा है और सम्पूर्ण क्षेत्र में 1000 से अधिक पेड-पौधे लगाकर इस क्षेत्र को एक घने वृक्षों के झुरमुट, प्राकृतिक स्थल के रूप मे विकसित किया जा रहा है।
म्यूजियम का कार्य पूर्ण होने पर ना सिर्फ परियोजना साईट की अपितु सम्पूर्ण नजदीकी क्षेत्र की ईको वेल्यू यानि पर्यावरण मूल्य में अभिवृद्धि होगी।
जेडीसी ने बताया कि गांधी दर्शन म्यूजियम का निर्माण पांच चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में संरचना संबंधी कार्यों को करवाया गया है। दूसरे चरण में भवन के इंटीरियर वर्क्स सिविल – पत्थर, ईंट, सीमेंट ब्लॉक्स की चिनाई का कार्य व रेम्ड अर्थ का कार्य (मिट्टी की कुटाई कर दीवार बनाई जाती है), इलेक्ट्रिकल कार्य में एसी, विद्युत संबंधी, फर्नीचर, प्लास्टर, खिडकियॉ एवं दरवाजें इत्यादि कार्य, एचवीएसी, अग्निशमन, फर्निशिंग आदि का कार्य करवाया जा रहा है। तीसरे चरण में डिजिटल म्यूजियम का कार्य, जिसमें बेसमेंट $ लॉअर ग्राउण्ड और अण्डर ग्राउण्ड का कुछ हिस्सा म्यूजियम हेतु उपयोग में लिया जायेगा। जहॉ विभिन्न नई तकनीकों के जरिये गांधीवादि आंदोलन, विगत की घटनाएं, गांधी जी की विरासत और उनके दर्शन से संबंधित विषय वस्तुओं को दिखाया जायेगा। जिससे आमजन एवं विशेषतः युवा गंाधी जी के विचारों एवं दर्शन को आत्मसात कर सकेंगे। चौथे चरण में बाहरी विकास कार्य एवं लैण्ड स्केपिंग कार्य, विद्युत कनेक्शन, डीजी सेट, ट्रांसफार्मर, कैमरें, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, ड्रेनेज इत्यादि कार्य करवाया जा रहा है एवं पांचवे चरण में स्लोपिंग रूफ और केलू का कार्य इस पूरे म्येजियम को विशेष रूप देने हेतु कुछ छतों पर स्लोपिंग रूफ और केलू का कार्य करवाया जा रहा है।
दौरे में निदेशक अभियांत्रिकी देवेंद्र गुप्ता, संबंधित अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता, प्रोजेक्ट वास्तुकार, प्रोजेक्ट संवेदक सहित अभियांत्रिकी शाखा के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।