डांडिया महोत्सव में विधायक अशोक लाहोटी ने डांडिया खनकाये
जयपुर। नवरंग 2022 डांडिया महोत्सव दादूदयाल नगर, पानी की टंकी पार्क, मुहाना मंड़ी रोड़, मानसरोवर, जयपुर में ज्योति मिश्रा, जिला मंत्री, भारतीय जनता पार्टी, जयपुर शहर द्वारा आयोजित किया गया, करीब पांच हजार लोगों ने डांडिया का जमकर आनंद लिया, नवरंग डांडिया महोत्सव में चांदनी रात में डांडिया की खनक पर महिलाएं झूमी, सभी आयु वर्ग के लोग झूमें तो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी भी अपने आपको रोक नहीं पाये और उन्होंने भी लोगों के बीच आकर डांडिया खनका दिये।
कार्यक्रम का शुभारंभ सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में उपस्थित जयपुर नगर निगम ग्रेटर की नवनियुक्त महापौर शील धाभाई ने मंच पर कहा कि ज्योति का काम तो रोशन करना है और ज्योति ने जिस तरह से डांडिया महोत्सव के मंच को रोशन किया उसमें कहीं कोई राजनीति नजर नहीं आ रही, मंच पर शील धाभाई के साथ ही प्रदेश मंत्री भाजपा अशोक सैनी, शैलेन्द्र भार्गव पूर्व जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, जयपुर शहर, मुकेश शर्मा, गिर्राज शर्मा, रामावतार पार्षद भी थे तो पूर्व भाजपा पार्षद पारस जैन भी नजर आये, साथ ही अभिनव जोशी, मुकेश भारद्वाज, राजेन्द्र खरवात, सिद्धार्थ भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता सेनानी रामू सैनी का सम्मान किया तो डांडिया महोत्सव नवरंग में ज्योति मिश्रा ने अशोक लोहाटी के कर कमलों से स्वतंत्रता सेनानी रामू सैनी का सम्मान करवा दिया।
कार्यक्रम में अक्षय, सलोनी ने बेहतरीन कोरियोग्राफी की। एंकर सीमा वालिया अपनी बेहतरीन एंकरिग से डांडिया की खनक पर झूमती महिलाओं में उनके बीच डांस कर उनमें जोश का संचार करती रही। कार्यक्रम में बेस्ट किड अवॉर्ड, अतुल्या, बेस्ट कपल भरत प्रेरणा को दिये गये।
ज्योति मिश्रा ने कार्यक्रम की शानदार सफलता और डांडिया के लिये उमड़ी अपार भीड़ का आभार प्रकट करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी को एक मंच पर लाना और एकता के सूत्र में बांधना रहा है, आज हालात यह है कि संयुक्त परिवार टूट कर एकल परिवार में परिवर्तित हो गये, जिससे वक्त आने पर उनके सुख दुख के साथियों की बेहद कमी हो गई, न उनके साथ कोई सुख बांटने वाला रहा, न उनके दुख में कोई सम्मिलित होने वाला रहा, ऐसे में मेरा प्रयास है कि क्षेत्र की जनता को मैं एक मंच पर लाकर एक दूसरे के सुख दुख का भागीदार बना सकूं तो मेरा प्रयास सफल होगा। अंत में ज्योति मिश्रा ने अगले साल फिर से इस तरह के आयोजन का वादा किया।